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वहु काति करंतु परियट्टणु ता विवाहु णियमायहे दिट्ठ उ णिय उप्पति सवित्थर भासिय भणिउ ण दोसु को वि इह दीसइ
एक्कहि दिणे जा गउ तं पट्टणु । एविणु तावसाण मइँ सिठ्ठउ । सा णिसुणेविणु तेहिं ण दुसिय । पुवमुणिंदवयणु तुह सीसइ ।
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घस्ता- णारिहि वायाए दिण्णहे जइ तो णरु मरइ ।
__ अक्खयजोगीहे पुणु विवाहु परियणु करइ ॥५॥
तद्यथा
अद्भिर्वाचापि दत्ता या यदि पूर्ववरो मृतः । साचेदक्षतयोनिः स्यात्पुनः संस्कारमहति ॥१॥
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पवसिय पिय वरिसइँ अट्ठ जाम अपसूय णियइ चउ वरिस पंथु
_पडिवालइ बंभणि सुद्धभाव ।
ता पच्छइ अवख रहो धरइ हत्थु ।
तद्यथा
अष्टौ वर्षाण्युवीक्षेत ब्राह्मणी पतितं पति ।
अप्रसूता च चत्वारि परतोऽन्यं समाचरेत् ॥१॥ इय लोइयधम्म वियाणएण वेयत्थपुराणपवीणएण । तवसीण मए ण सुपिहलवच्छ दीसइ तिधाण परिणयणु वच्छ । इय ताण वयण आयण्णिऊग । परमत्थु भणेविण मण्णिऊण । चिरु कालु तहि मि पुणु अच्छिऊण तवसीण संघु परिपुच्छिऊण । तित्थत्थणिमित्ति महि भमंतु चिरसंचिउ कलिमलु उवसमंतु । वुहवाइय जणमणणयणइठ्ठ चलिऊण तुम्ह पुरवरु पइठ्ठ ।
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घत्ता- मह वइयरु आसि फुड जं जारिसु वित्तउ ।
सयलु वि विवरेवि तारिसु तुम्हइँ वुत्तउ ।।६।।
(5) 1.a कहि वि, 2.b कि पि for को वि, 3.a मुहु, 4.a writes जाहि
three times instead of two, b तामइं, b तं जि, 5.a हउ, b हंउं, 6.a सइ, 7.a दिणे गउ ज्जा तं, 8.a विवाह, a एविण, a मइ, 9.b स for सा, a ते हि, 10.b inter. कोवि and दोसु, 13.a पूर्ववरो, 14.a संस्कारमर्हति, वसिष्ठस्मृति, 17.64 nearly agrees with this in contents. cf. 9.81.
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