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रूवेग मगुय णं कुसुमवाण अज्जव सुहलेसत्तयसमेय जाणंति कयावि ण वाहिदुक्खु
तिरिसविसोहणलक्खणपहाण । जीवंति तिपल्लोवम सुतेय । पावंति णिरंतर विसयसोक्खु ।
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घत्ता- चितवियाहार उदण्णतणमय तिहि दिणहि ।
पावहि इह वुत्तु उत्तमभोयमहिहि जिणहि ।।१४।।
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तिसहसतेहत्तरसत्तसयइ सद्दिट्ठिहे मइ सुइ ओहिणाण जे कम्मभूमिमाणवतिरिक्ख णरु धणुसयपंचसवायकोइ तह तेसलेस छक्कु वि हवेइ उस्सासु भोयभूमीहि जेम मइसुइओहीमणपज्जवक्खु सहिट्ठिणरहु इय पंचणाण ओहि विविहंगुइय तिण्णि सिट्ठ तिरियहु मइआइ य तिण्णि णाण
तहु उस्सासेण मुहुत्ते गयइ । मिच्छादिठ्ठिहे एए अणाण । तहु धणु सयपंचगुरुत्ते संख । ताणाउसु पुठवह कोडि होइ। सुहअसुहाहारु वि संभवेइ । 5 वाहिरहियसुहियहि होइ तेम । वरकेवलु लोयालोयचक्खु । मिच्छादिठ्ठिहु मइसुइ अणाण । मणपज्जय व केवल णेय दिट्ठ । मिच्छदिट्ठिहु तिण्णि वि अणाण। 10
घत्ता- सुद्धखरमहीण आउस वरिससहासइ
वारहवावीस एइंदियहो पहासइ ॥१५॥
(14) l.a सासाउराह, 2.a णारयाहु, bणारयायाह, 3.b भासिव, 4.b पंकप्प
हाहें, 6.a तेयह, b जघणंसु, 7.b भेय, b उत्तुंग, b ताम for नाम, 9.b तिपोल्लावमु, 10.b णिरंतरु, li.a explains in margin as उदण्ण=दत्तं and तण्णमम वृक्षः, b उवणत्तणमय तिहिं दिणहि, 12.b मावहिं इउ ।
(15) 1.b ०सयइ, b ऊसासेण, b गयइ, 2.a सद्दिट्ठिहु, a वोहिणाण,
a मिच्छादिट्ठिहु, 3.a धण for धगु, 4.b ०सवालय, b पुबह, 6.b ऊसासु, b जाम. a ए for होइ, 7.a मय for मइ, a omits वर, 8.a सदिपिरह, b ए for इय, a मिच्छादिन्हि , a मणपज्जय०. 10.a तिरियह, a मिच्छादिट्ठिहि, ll.b सहासई, 12.b वावीसाइं एयें दियहो।
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