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एम सा व वियलिय गुज्सक्खें तहिं लहि मा गुग लद्ध तियक्खें । परिउंविय छायामुहकमलहि तहि लहि मा गुणु पाविउ अणलहि । आहल सुरयसुहाणदहो
लहि मा गुणु संजाउ सुरिंदहो । तवसिय परयार म्मि ससंकें
हुउ लहि मा गुणु जुत्तु ससंकें । जाणिय कुंती सुरयविसेसहो जायउ लहि मा गुणु दिवसेसहो । पवणवेय केत्तिउ वोलिज्जइ परयारियकहाए लज्जिज्जइ । परया, वियलइ गुणकित्तणु परयारेण ण होड गरुत्तणु । परसारें अकयत्थु णरत्तणु
परयारे णासइ देवत्तणु। परयारें सुवित्तु खणे खिज्जइ सयलजणहो अवि सासुप्पज्जइ । पियरु वि कयदोसाण परम्मुहु पर पुणु थाह कयाइ ण सम्मुहु। 10 घत्ता- सच्चउ चउमुहखरसिरखडगु णिसुणि मित्त जं वित्तउ ।
. संभू सच्चइ जेट्ठासुएण जिणवर तउ आढत्तव ॥६॥
उगतवेण कालु जा गच्छइ ता विज्जासमूहु आगच्छइ । पुणु विज्जाणुवाउ जोयंतहो आयउ वरविज्जासमूहु तहो । पंचसयाइँ तित्थु महविज्जह अवरई सत्तसय पुणु खुज्जहु । (5) 1.a अम्हहि अण्णाणिहि. b अहत्त. a inter. I and खमि, 2.b डिभे
सपियरे, b पयासइ, 3.b अम्हई. a पर चितिउ, b णियदेहंहो, 4.b णवंतहु खम उप्पज्जइं, 5.b अम्हई, b पई, 6.b भणइं, b पणवहु, 7.a तुंम्ह लेंग्गंगइ, b लिंगग्गइ, a लिंगइ, हवहिं, a विय for विहिय, 8.a पहत्थह, b सबिहिं सव्वायाम, 9.b खंधेहि लेवि, a पडं तुळंतहि, b पत्तचलंतहिटुंतहि, 10.a तहो तेण णवंतहि सत्तिए, a पभगतहि, ll.a ०बयणहि, 12.a omits वि, a णरहि cf. पद्मपुराण, शिवपुराण,
रुद्रसंहिता (11-14), महाभारत, सौप्तिक, 17.21 etc. (6) 1.a पाउ for लद्ध, 2.a छायसरीरि पहु ठउ समलहि, b omits तहि,
b adds जम after पविउ, a अणलहि, 3.b आहल्ला, 4.b तापनि पर०, b ससंकहो हुउ लहि माणु जुत्तु ससंकहो, 6.b वोल्लिज्जई, 8.a अकियत्यु, 10.b परम्मुहं, b परु, b सम्मुहं, ll.b omits सच्चउ, b चउमुहं खरसिरक्खरखुडणु, b तिह for जं, 12 संभुइ. See for अहल्या, ब्रह्मपुराग, मत्स्यपुराण, महाभारत (शान्तिपर्व) etc.
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