________________
३
जया धम्म राई
इमो सोमराई ।
20
घत्ता- जो पुणु संपयभायण धम्मु ण करइ अयाणउ ।
सो चम्मरुक्खु अहवा हवइ णरु पसुएण समाणउ ।।८।।
(9)
म तुह
इय जाणिवि गिण्हहि गाम तु, पहिरहि मए तुहु लच्छि सुहुँ । ता हलिणा जोइउ रायमुहु जइ तुछ देउ तो देउ महु । कोइलतमालच्छवि छित्तडउ विण्णविउ देव मइ एत्तडउ । णिउ मंत्तिहि वयणु णिएवि चवइ । पुण्णे विणु लच्छि ण संभवइ । एयहे दरिसहि तुहु अगरवणु जीवउ कट्ठइ विवकंतु भणु। 5 णिववयणु तेण परिभावियउ तहो अगरुरुक्खवणु दावियउ । पिच्छिविणु तं तरुवरगहगु चितवइ हलि उज्झिज्जतमण । वावरु ण देइ किर जो णिवइ सो पवरगाम महु अल्लवइ । 'ए उ सच्चु कयावि ण संभवइ जणरंजणाए णरवइ लवइ । अवरहि दिणि खंडे वि सयलु वणु जालेविणु कोइव वविय पुणु। 10 घत्ता- मंतें वण दहग णि पुणेवि हलि पुच्छिउ का किय वणहो किय।
तें भणिउ द? छिण्णेवि मइँ पुणु पच्छा कोद्दव वविय ।। ९ ॥
(10)
ता पभणइ मंति दट्ठ व्व रिउ जइ अस्थि कठ्ठ आणहि तुरिउ । ते आणिउ एक्कहत्थपमिउ
सयमेव जलणु जहिं उक्समिउ । ता मंते पणिउ विविकणेविज लहइ दवं तं लइ गणेवि । (8) 3.b सुगामणि दिणा, 5.a पजोएहु गामे, 6.a पुणंतं, b अलं तं णिवेगं,
7.a अत्थिकामा, 8.a जणा याणुयारा, 13.a अणं त्तेण वालं, 14.a omits जगा पुत्तभाई, 16.b असवो विरूवि, 19.b वुणो for पुण्णो, a सुपुष्णो, 20.a इमी, 2l.a adds हवि वि, before ..म्मु, b अयाणउं, 22.a
धम्मरुक्ख, b पसवेण समाण उं । (9) 1.b गेण्हहि, a तुहु, b मएं तउ, b सुहु, 2.b जोइउ, b ता for ता, 3.b
मई, 4.a चवई, a संभवई, 5.a एयहु, a अगुरुबणु, b अगरवणु, b जीवइ कट्ठइं, 6 b अगररुख०, 7.a उज्झिज्झंतु०, 8.b inter. किर & जो, a णिवई, a अल्लवई, 9.a संभवइ, a लवई, 1J.b अवरहि दिग खंडिउ, b कद्दव, 11.b मंति, a सुणेवि, b पुच्छिय, 12 a सई पुणु ।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org