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जं माणिउ तं केणवि अक्खिउ तो पासत्थ भणहि भंजिज्जइ नाम पुरिल्लएण वील्लिज्जद आणिज्जउ वंजणु तहो गेहहो ताए भणिउ कुरंगि तुह द इयहो वंजणु देहि कि पि जं तुह पइ वंजणु णस्थि अक्कि ता सागय भणिउ कुरंगि काइ वोल्लिज्जइ
इय कारण मइको वहो लक्खिउ । सुंदरु सव्वु काइ चितिज्जइ । भोयणु एक्कु कुरंगिए णज्जइ। ता सुंदरि गय ण णहहो । अण्णु ण रुच्चइ हें छइयहो । भुंजइ ताम कुरंगी जंपइ । पुण रवि पियवयणेण समागय । देहि कि पि जं हइ उप्पज्जइ।
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घत्ता- णेहंधु मुवि कुरंगियए अद्धचणयसंमीसिउ । जरकसर छाणु अच्चण्हु तंहा झत्ति पडिच्छि वि पेसियउ ॥१४॥
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तो तं ताए णेवि तहो दिण्णउ भुंजते हि अमिउ पडिवण्णिउ । रत्तु ण-याणइ कि पि हियाहिउ कज्जाकज्जु ण मोहें मोहिउ । गम्मगम्मु ण हेयाहेयउ
भक्खाभक्खु ण देयादेयउ। अहवा छणु काइ अखिज्जइ रत्ते पुणे विठ्ठ वि भक्खिज्जइ। इय सहरिसचित्तें भुंजेविणु
पुच्छिउ सो सुवुद्धि वि हसेविणु। 5 कि महु णेहु ण करइ कुरंगी पइ ण भणिय काइ मि ललियंगी। किं महु दोसु ण पयडिउ केण वि भणु भणु सयल णिउणउ वियाणेवि । भगिउ तेण भो गिसुणहि गहवइ छाया इव दुगेज्झ महिलामइ । सप्पगइ व ससहावें कुडिला
णवघणविज्जुलया इव चवला । जनकीला इव अमुणियचारा कि पयहो भुत्तिणहो सयरा। 10 (14) 3.b मगिउं, b कारणु मइ, 4.b ता, b भणहि, a मंदरु दप्पु b काइं,
5.a ताव, b कुरंगेए, 6.a वंजण, 7.b भणिउ, b अणु णं इच्छइ, 8.a वंजण, a ताब, .b अक्को, 10.b भणिउं, b काइं, a पेसिउ बोलिज्जइ, il.a हिंधु, b वामीसिउ, 12.a जरकसरच्छाणुं अच्छुण्हु कि
तहा, a पेसिउ। (15) 1.b omits हि, b अणिउ, a पडिवण्णउं, 2.a रत्तु णय ण याणे इ, b रत्तु
ण याणइ, 4 कज्जाकज्ज, a गेहें for मोहें, b मोहिउं, 4.b काइं, b_inter. विट्ठ and वि, 5.b सहरिसे, 6.b पई, b काई वि, 7.b वियारो वि, 8.a बाहि, a for घाया इव is written for explanation, 9.a •विज्जलया, Il.b तुज्झु अत्थ, 12.b जाइहिं सहुँ ।
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