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६. तिगिरिया में तीर्थंकर पद्मप्रभ तालाब से प्राप्त हुए हैं।
चउद्वार में एक छोटा मंदिर है, उस में त्र-षभनाथ, शिव के रूप में परिवर्तित कर दिए गये हैं। जाजपुर अखंडेश्वर महादेव मंदिर में नेमिनाथ तीर्थंकर की मूर्ति है। पार्टी प्राचीघाटी में स्वप्नेश्वर मंदिर में त्र-षभदेव की मूर्ति उपलब्ध है और निलकंठेश्वर
शिव मंदिर में महावीर तीर्थंकर की मूर्ति विद्यमान है। १०. जगत्सिंहपुर में खण्डेश्वर महादेव मंदिर (नासिक, कोटिअन) शांतिनाथ तीर्थंकर
की मूर्ति विद्यमान है। प्रति कटक शहर, चौधुरी बाजार में एक जैन मंदिर, मान स्तम्भ (तीन वेदियां) है। त्र-षभनाथ की पांच, महावीर की एक, पार्श्वनाथ की ४, पद्मप्रभ एक, शान्तिनाथ की एक, इसके अतिरीक्त चौमुखा, गणधर, पूर्वधर की मूर्तियाँ विद्यमान हैं। इन में अधिकांश प्राचीन मूर्तियाँ खंडगिरि, उदयगिरि और पोडासिंगड़ी से इकत्र की गई हैं। अर्वाचीन धातु की मूर्तियाँ श्रधालुओं द्वारा दान स्वरूप प्रदान की गई हैं।
त्र-षभनाथ, महावीर और पार्श्वनाथ जैन मन्दिर, चौधुरी बजार, कटक
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