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________________ ७. साध्वी जेठोंजी अंतिम संलेखना १६ दिन । ८. साध्वी अणचोंजी (डूंगरगढ़) धर्म प्रचारिका, कच्छ गुजरात में २ चातुर्मास । ९. साध्वी अभोंजी ( सरदारशहर ) तपस्विनी, सेवाभावी, अग्रगण्या । मर्यादा- अनुशासन का पुष्टिकाल ६३ १०. साध्वी गुलाबोंजी ( सदरदार शहर ) उत्कट तपस्विनी, अग्रगण्या, लघुसिंह निष्क्रीडित तपस्या की पहली परिपाटी में दिवंगत । ११. साध्वी मोरोंजी लघुसिंह निष्क्रीडित तपस्या की पहली परिपाटी में दिवंगत । १२. साध्वी छगनोंजी अन्तिम शिष्या - ३६ दिन का तिविहार अनशन । उपरोक्त साधु-साध्वियों के अलावा सर्व साध्वीश्री कुनणोंजी, सुखोंजी, चंपोंजी, हीरोंजी, छोंगाजी, सेरोंजी, जोतोंजी आदि भी उग्र तपस्विनी साध्वियां श्रीमद् मघवागणि के शासनकाल में हुई । श्रीमद् मघवागणि के शासनकाल में दीक्षित साधु-साध्वियों का सम्पूर्ण विवरण शासन समुद्र भाग १० व ११ (लेखक मुनि श्री नवरत्नमलजी) में उपलब्धहै । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003668
Book TitleHe Prabho Terapanth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSohanraj Kothari
PublisherAdarsh Sahitya Sangh
Publication Year1989
Total Pages206
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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