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जैन धर्म की वैज्ञानिक आधारशिला
चित्र 1.3 भगवान पार्श्व, तेईसवें तीर्थंकर (दिगम्बर प्रतिमा); इनकी
आंखें, ओष्ठ और धड़ सज्जित या मंडित नही हैं। भ. पार्श्व की मूर्ति की पहचान उसके आधारतल पर बने फनवाले सर्प के चिह्न से की जाती है। यह मूर्ति लीड्स, यू.के. की है।
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