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शान्त सुधारस
प्रवचन : २
संकलना :
* आचार्यश्री हरिभद्रसूरि : व्याकुलता
* हंस- परमहंस बौद्धमठ में
हंस की मृत्यु
परमहंस का बौद्धाचार्य से वाद ।
* हरिभद्रसूरि उपशान्त होते हैं ।
संसार : मोह - विषाद के जहर से व्याप्त । मोहविष के प्रभाव |
* वासनाओं की पूर्ति में अशान्ति ।
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पुत्रप्राप्ति की वासना ।
यशःकीर्ति की वासना ।
आरोग्य की वासना ।
सुख-शान्ति का एक ही उपाय : भावनाएँ ।
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