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PART 13-63838
र ग्रंथमाला नंबर ५ मो. श्रीमद् विजवादकारि सिविता श्री अज्ञानतिमिरभास्कर.
A SIARRASS
( आवृत्ति बीजी)
पावी प्रसिह कर्ता. - श्री जैन आत्मानंद सभा :---
जावनगर
वीर संवत २४३२ विक्रम संवत १९६२ आत्म संवत ११
मूख्य अनी पीया
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ANTARVASN
ग्रंथकतना हुकमी प्रसिद्ध कर्ताप सर्व हक स्वाधीन
राख्या छे.
विवि KIRAMANANEWSSAR
पत२.
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