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________________ २०० श्री आत्मप्रबोध. दाश्वर्य थड़ गया. राजा पोताना परिवार साधे ते सतोन। आगळ आव्यो अने या प्रमाणे बोल्यो - " हे पतित्रता, हे सती आप कृपा करी आ नगरना दरवाजा घाम ने लोकोना संकटने दूर करा. पी सती सुना नगर जनाथ | वीटाएली विकस्वा नेत्र तथा मुखवासी ने विरुदावळ बोलनाराम्रो जेनी आगळ जय जय शब्द करी रह्या बे, एसी यह नगरना दक्षिण दरवाजे वी. त्यां नवकार मंत्र बोल | तेलीए जलनीय अंजलि ते दरवाजा ऊपर छांटी, एटले जेम जांगुलि मंत्रना जाप व सर्वना विषय) आर्त्त एवा नेत्रो उघकी जाय तेम नगरना दरवाजा उघमी गया. ते वखते आकाश मार्गे 55जिनो नाद थयो अने देवताओए जैन धर्मने आश्री जयध्वनि कर्यो. आथी नगरना aai air आर्य साधे हर्षित थइ गया. ते पछी सती सुनाए पश्चिम ने उत्तर दिशाना दरवाजाओ तेत्री रीते ऊघाड्या. पनी सुनाए कां के, में श्री जैन धर्मना पसायची ऋण दरवाजा उघाड्या बे. हवे आ नगरमा जे कोई स्त्री सतपणानो गर्व करती होय तो तेल । आ चोथो दरवाजो उघारे." बुं कही सती सुना पाठी वली ने तेल।ए ते दरवाजो उघाड्यो नहीं. पी बीजी कोइ स्त्री ते पुर घारने घामी शकी नहीं. ते चंपानगरीनुं द्वार अद्यापि बंध रहे छे; एम संजलाय . सती सुनधानुं आ चरित्र जो‍ तेलीनी सासू ने नणंद श्याममुखी यह गड़. तेशीना पति बुद्धिदासनुं मुख तो पोतानी स्त्रीनं दरभूत शील जो शरद ऋतुना चंद्रनी पेत्रे देदीप्यमान इयुं. नगरना बोको ते सतीनी स्तवना करवा लाग्या. राजाए अत्यंत हर्ष पामी सती सुनाने उत्तम वस्त्रालंकारो आप्या अने मोटा उत्सवयी तेणीने तेने घेर पोहोचामी. पी ते महासतीना प्रतिबोधयी राजा विगेरे सर्व लोकोए जैन धर्मनो अंगीकार कर्यो, सर्वे ते सतीनी स्तवना करतां पोतपोताने घेर चाव्या गया. पालथी सुनाना ससराना कुटुंबे वो पश्चात्ताप कर्यो. पछी ओए सतीनी समीपे ज‍ जैन धर्मने अंगीकार कर्यो. सती सुजानो स्वामी बुद्धिदास के जे कपटी श्रावक हतो, ते पछी सत्य श्रावक बनी गयो ने सत्य, प्रेमथी सुना साये रही सुखे काल निर्गमन करवा लाग्यो. ते बने दंपती गृहस्थ धर्म पाली ते संयमने आराधी सद्गतिना जाजन यया हता. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003647
Book TitleAtmprabodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinlabhsuri, Zaverchand Bhaichand Shah
PublisherAtmanand Jain Sabha
Publication Year1912
Total Pages464
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size23 MB
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