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शुभकामना सन्देश
आपका पत्र मिला । श्रमण संस्कृति में तमिलनाडु का महत्त्वपूर्ण स्थान रहा है। यह प्राचीन काल में जैन संस्कृति का केन्द्रबिन्दु रहा है। यहाँ के मूल निवासी द्रविड़ जैन धर्म के उपासक थे।
यह प्रसन्नता की बात है कि इस क्षेत्र में बिखरी जैन-संस्कृति की पुरा-धरोहर, जिनालयों के जीर्णोद्धार का काम आप सभी के द्वारा किया जा रहा है। यह सर्वविदित है कि नये जिनालयों के निर्माण की अपेक्षा पुराने का उद्धार आठ गुना अधिक पुण्य प्रदाता है। अतः आप सभी इस शुभ कार्य के लिए बधाई के पात्र हैं।
आप द्वारा प्रकाशित होने वाली स्मारिका तमिलनाडु के इन सभी सांस्कृतिक-स्थलों के बारे में जानकारी प्रदान करेगी तो विशेष उपयोगी रहेगा। हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
आपका रमेशचन्द्र जैन
प्रबन्ध सम्पादक टाइम्स ऑफ इण्डिया/ नवभारत टाइम्स
नई दिल्ली-२
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