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शुभकामना सन्देश
आप द्वारा प्रेषित पत्र के माध्यम से ज्ञात हुआ कि अखिल भारतीय दिगम्बर जैन महासभा (तीर्थ संरक्षिणी) दक्षिण संभाग (तमिलनाडु शाखा) द्वारा प्राचीन जिनालयों के जीणोद्धार की प्रगति सम्बन्धी एक स्मारिका प्रकाशित करने जा रही है। यह बड़े हर्ष एवं दक्षिण दिगम्बर समाज के लिए आत्मगौरव की बात है
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इस स्मारिका के माध्यम से जिनालयों के चित्रों व दक्षिण भारत के अनेक ऋषियों, मुनियों, तपस्वियों, साधकों के साथ-साथ जैन संस्कृति को अनुप्राणित करने में भट्टारकों के अप्रतिम योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता ।
वास्तव में स्मारिका ही साहित्य, समाज एवं संस्कृति का प्रतीक होती हैं। प्रतीक ही संस्कृति की आधारशिला है । स्मारिका के प्रकाशन पर दक्षिण संभाग के कार्याध्यक्ष श्री एम. के. जैन, संयुक्त महामंत्री श्री प्रकाशचन्दजी बड़जात्या, तमिलनाडु शाखा के उपाध्यक्ष श्री राजकुमारजी बड़जात्या, श्री महेन्द्रकुमारजी धाकड़ा, कोषाध्यक्ष श्री जयचन्दलालजी बाकलीवाल, सहसचिव श्री अनिलकुमारजी बाकलीवाल एवं पं. वाणीभूषण विद्यावारिधि श्री मल्लिनाथजी शास्त्री जैसे समाजसेवियों के अविस्मरणीय योगदान को कभी भी नहीं भूलाया नहीं जा सकता । मुझे पूर्ण विश्वास हैं कि इस स्मारिका के माध्यम से सम्पूर्ण दिगम्बर जैन समाज लाभान्वित होगा ।
स्मारिका प्रकाशन पर हमारी हार्दिक शुभकामनाएं !
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आपका शुभेच्छु बाबूलाल जैन छाबड़ा
मंत्री
श्री भा. दिग. जैन (तीर्थ संरक्षिणी) महासभा
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