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शुभकामना सन्देश
यह जानकर अत्यन्त प्रमोद हो रहा है कि श्री भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थ संरक्षिणी महासभा (दक्षिण संभाग) तमिलनाडु के प्रागैतिहासिक मन्दिरों, जिनबिम्बों, गुफाओं आदि प्राचीन धरोहर को समस्त भारतवर्षीय दिगम्बर जैन समाज के समक्ष स्मारिका के रूप में प्रस्तुत करने को दृढ़ संकल्पित है।
हमारी प्राचीन संस्कृति आज हमारे जैन जीवन को ही नहीं अपितु जग-जीवन को भी नूतन दिशा प्रदान करने में सक्षम है। अतः इस प्रान्त के प्राचीन मन्दिरों और भग्नावशेषों की सुरक्षा का कार्य अत्यन्त महत्वपूर्ण है। समस्त दिगम्बर जैन समाज को अधिक से अधिक सहयोग प्रदान करके इन मन्दिरों के जीर्णोद्धार के पुनीत कार्य में सहृदयता से दान देकर महान् पुण्य का सर्जन करना चाहिए । मैं वीतराग प्रभु से विनति करता हूँ कि आपका यह अनुमोदनीय/प्रशंसनीय कार्य सानन्द सम्पन्न हो ।
साथ ही साथ इसी विषय को लेकर १७ मार्च २००१ को हो रहे अधिवेशन की सुसम्पन्नता के लिए भी शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ।
श्रीपाल जैन
आई. पी. एस. भूतपूर्व पुलिस महानिदेशक, तमिलनाडु
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