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शुभकामना सन्देश
आपका पत्र मिला । पढ़कर अत्यन्त प्रसन्नता हुई कि आप तमिलनाडु में जैन धर्म तथा दक्षिण के दिगम्बर तीर्थों के विषय में पूरी जानकारी देने के लिए एक स्मारिका का प्रकाशन कर रहे हैं।
इस स्मारिका के प्रकाशन से दक्षिण भारत में जो जैन समाज की पुरातत्व सम्पदा है, उसकी जानकारी पूरे जैन समाज को मिलेगी और जो लोग दक्षिण में भ्रमण करने जाते हैं, उन्हें वहाँ के मंदिरों में जाने के लिए प्रेरणा मिलेगी।
शेष शुभ ।
आपका
उम्मेदमल पाण्ड्या
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