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विश्व की मूल लिपि ब्राह्मी
"णमो बंभीए लिवीए"
डॉ. प्रेमसागर जैन प्रोफेसर एवं अध्यक्ष, हिन्दी-विभाग, दि. जैन कॉलेज, बड़ौत (उत्तर प्रदेश)
वीर निर्वाण ग्रन्थ प्रकाशन समिति, इन्दौर
वी. नि. सं. २५०१
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