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________________ सूत्र ३८५-४१२ क्षेत्र प्रमाण प्रयोजन-मनुष्यकृत पदार्थों की लम्बाई-चौड़ाई का माप प्रदेश निष्पन्न सचि आत्मांगुल तीन प्रकार क्षेत्र प्रमाण प्रतर विभाग निष्पन्न | घन अंगुल उन्सेधांगुल वितस्ति परमाणु . उत्सेधांगुल सूक्ष्म परमाणु व्यवहार परमाणु प्रयोजन-चतुर्गति के जीवों की ऊंचाई का मापन तीन प्रकार सूचि 'प्रतर रलि कुक्षि प्रमाणांगुल धनुष गव्य॒ति | धन योजन उत्सेधांगुल x १०००. प्रमाणांगुल प्रयोजन-दीप, समुद्र, पृथ्वी आदि की परिधि श्रेढि तीन प्रकार ___ लम्बाई, चौड़ाई का मापन श्रेणि प्रतर प्रवर अलोक घन दशवा प्रकरण ४१३-५०५ सूत्र ४१३-५०५ काल प्रमाण प्रदेश विष्पन | काल प्रमाण विभाग निष्पन्न समय, आवलिका. मुहुर्त, दिवस अहोरात्र पक्ष, मुहुर्त से शीर्ष प्रहेलिका तक उद्धारपल्योपम । गणक काल व्यवहार (प्रयोजन) प्ररूपणा मात्र सूक्ष्म (प्र) द्वीप सागरों की गणना मास, संवत्सर यगा अद्धापल्योपम व्यवहार (प्रयोजन) प्ररूपणा मात्र सूक्ष्म (प्र) चतुर्गति का आयुष्य काल की गणना पल्य. सागर 7 उपमाकाल अचमर्पिणी, उत्सर्पिणी [पुल परावर्तन क्षेत्रपल्योपम व्यवहार (प्र.) प्ररूपणा मात्र | सूक्ष्म (प्र) दृष्टिबाद में निरुपित द्रव्यों की गणना उद्धार सागरोपम अद्धा १० क्रोडाक्रोडपल्य ग्यारवां प्रकरण ५०६-६०४ भाव प्रमाण सूत्र ५०६-५१३ अजीव गुण प्रमाण १.वर्ण गुण प्रमाण अजीव गुण प्रमाण २.गंध गुण प्रमाण गुण प्रमाण ३. रस गुण प्रमाण | ४. स्पर्शन गुण प्रमाण जीव गण प्रमाण भाव प्रमाण नय प्रमाण ५. संस्थान गुण प्रमाण | सख्या प्रमाण Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003627
Book TitleAgam 32 Chulika 02 Anuyogdwar Sutra Anuogdaraim Terapanth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1996
Total Pages470
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_anuyogdwar
File Size24 MB
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