________________
टिप्पण
सूत्र ८ १. वृक्ष की शाखा पर निष्पन्न (सालइयं)
साला का अर्थ है शाखा। इस आधार पर सालइयं का अर्थ वृक्ष की शाखा पर चित या निर्मित होना चाहिए।
वृत्तिकार ने इसके दो अर्थ किए है--शारदिक और सारचित।
सूत्र २४३ ४. बहिन (भगिणिं)
पाण्डव श्रीकृष्ण की बुआ कुन्ती के पुत्र थे। इस आधार पर वे श्रीकृष्ण के भाई हो जाते हैं। द्रौपदी का यह कहना-श्रीकृष्ण मेरे पति के भाई (सूत्र २०९ ) हैं--संगत है। किन्तु श्रीकृष्ण ने कहा--द्रौपदी मेरी बहिन है--यह विमर्शनीय है।
श्रीकृष्ण द्रौपदी के प्रति सख्यभाव रखते थे, अत: द्रौपदी के प्रति 'बहिन' सम्बोधन किया हो--यह सम्भव है।
सूत्र १३६ २. सामुदायिक भेरी (सामुदाइया भेरी)
जिस भेरी का शब्द सुनकर परिवार जन और अधिकारी गण को यात्रा का संकेत मिल जाए।
सूत्र २०९ ३. खोजने के लिए (कूवं)
कूवं शब्द के दो अर्थ हैं--१. अपहरण किए हुए व्यक्ति को खोजने के लिए जाना २. अपहरण किए हुए व्यक्ति को छुड़ाने के लिए जाना।
२. देशीनाममाला २/६२--कूवो हृतानुगमनं हृतत्याजकश्चेति ।
१. ज्ञातावृत्ति पत्र २०६--'सालइयं त्ति शारदिक-सारेण वा-रसेन
चितं युक्तं सारचितम् ।
Jain Education Intemational
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org