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________________ अनं कम्म कलियोग ने दिये २३ द्रव्य हवे ते किम ? ३३ ने इक इक समय च्यार च्यार द्रव्य अपहरतां आठ समया लागे । ए आठ समय नां दोय चोकड़ा में छेड़े प्यार मार्ट प्रथम पद कडजुम्म कहिये । अनं तेतीस द्रव्य नां आठ चोकड़ा हुवे । छेहड़े एक द्रव्य रहे, तिणसूं ते द्रव्य नैं द्वितीय पदे कलियोग कहिये । ते मार्ट ए चतुर्थी रूप कडजुम्म कलिओग हुवै । ( ४ ) तेओग : ग- कडजुम्म नै विषे अठावीस द्रव्य हुवै। तेहने इक इक समय च्यारच्यार द्रव्य अपहरतां सात समया लागे । ए अपहार सात समय नों एक चोकड़ो । छेहड़े तीन समय माटै ए समय ने प्रथम पदे तेओग कहिये । अनं २८ द्रव्य नां सात चोकड़ा में छेड़े प्यार द्रव्य हुवै। ते भणी ए राशि नै द्वितीय पदे कडजुम्म कहियेति एतेगड पांच रूप जावो (५) तेयोग- तेयोग नै विषे ३१ द्रव्य हुवै। तेहने इक इक समय व्यार-च्यार द्रव्य अपहरतां सात समया लग ए अपहार सात समय नों एक चोकड़ा में छेहड़े तीन समय मार्ट ए समय ने प्रथम पद तेओग कहिये । अने ३१ द्रव्य नां पिण सात चोकड़ा हुवे । छेहड़े तीन रहे ते भणी ए द्रव्य नी राशि नैं द्वितीय पदे तेओग कहिये तिणं एतेोग-जोग छठो रूप जागो। (९) अनं तेओग - द्वापरयुग्म ने विषे ३० द्रव्य हुवै। तेहने इक इक समय च्यार च्यार द्रव्य अपहरतां सात समया लागे । ए अपहार सात समय नां एक चोकड़ा में छेड़े तीन समय मार्ट ए समय ने प्रथम पद तेओग कहिये । अन ३० द्रव्य नां पिण सात चोकड़ा हुवै छेहड़े दो रहै ते भणी ए द्रव्य नीं राशि नैं द्वितीय पदे द्वापरयुग्म कहिये तिणसूं ए तेओग-द्वापरयुग्म सातमो रूप जाणवो । ( ७ ) । अन तेओग कलिओग ने विषे २९ द्रव्य हुवे तेहने इक इक समय च्यार व्यार द्रव्य अपहरतां सात समया लागे । ए अपहार सात समय नों एक चोकड़ो । छेड़े तीन समय मार्ट ए समय प्रथम पद तेयोग कहिये । अन २९ द्रव्य नां सात चोकड़ा हुवै, छेहड़े एक द्रव्य रहे । ते भणी द्रव्य नी राशि नैं द्वितीय पदे कलिग पहिये तिगतेयोग-कलिओग आठमो रूप जागो । (5) द्वापरयुग्म - कडजुम्म नैं विषे २४ द्रव्य हुवै। तेहने इक इक समय च्यारच्यार द्रव्य अपहरतां छह समया लागे । ए अपहार छह समय नों एक चोकड़ो । छेहड़े दोय समय मार्ट ए समय ने प्रथम पद द्वापरयुग्म कहिये । अने २४ द्रव्य नां छह चोकड़ा हुवै, छेहड़े व्यार द्रव्य माटै ए द्रव्य नी राशि ने ए द्वितीय पद कडजुम्म कहियँ । तिणसूं द्वापरयुग्म - कडजुम्म ए नवमो रूप जाणवो । (९) अनं द्वापरजुम्म - तेओग ने विषे २७ द्रव्य हुवै। तेहने इक इक समय च्यार च्यार द्रव्य अपहरतां छह समया लागे । ए अपहार छह समय नों एक चोकड़ो। छेहड़े दो समय मार्ट ए समय ने प्रथम पद द्वापरयुग्म कहिये । अन २७ द्रव्य नां छह चोकड़ा हुवै, छेहड़े तीन द्रव्य माटै द्रव्य नों राशि नैं द्वितीय पदे तेओग कहिये । तिणसूं द्वापरयुग्म तेओग ए दशमो रूप जाणवो । (१०) द्वापरयुग्म - द्वापरयुग्म नै विषे २६ द्रव्य हुवै। तेहने इक इक समय च्यार व्यार द्रव्य अपहरतां छह समया लागे । ए अपहार छह समय नों एक चोकड़ो । छेहड़े दो समय मार्ट ते समय ने प्रथम पद द्वापरयुग्म कहिये । अने २६ द्रव्य नां छह चोकड़ा हुवै । छेहड़े दोय द्रव्य मार्ट ए द्रव्य नी राशि नैं ३९८ भगवती जोड Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003623
Book TitleBhagavati Jod 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year
Total Pages498
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size24 MB
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