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________________ ३९. द्वितीय गमे दम जाण, पृथक मास पहिलाण, वर्ष ४०. उत्कृष्ट अद्धा ताय, कोड़ पूर्व चि ४१. तृतीये गमे इम ताय, मास पृथक कहिवाय पाव, वर्ष बे भव अद्धा जघन्य थी । सहस्र दश अधिक ही । अष्ट भवां नों इह विधे । वर्ष सहस्र चालीस फुन ॥ अद्धा जघन्य थी । ऊण पल्य दोय फुन । अष्ट भवां नों आखियो । देश ऊण पल्य अष्ट फुन । बे भव अद्धा वर्ष सहस्र दश जघन्य थी । नाग स्थिति ।। धार, अष्ट भवे कहियै इतो । ४४. उत्कृष्ट अद्धा पृथक मास है प्यार, ४५. पंचम गमे पिछाण, देश ऊण पल्य अष्ट फुन ॥ बे भव अद्धा जघन्य थी । वर्ष सहस्र दश नाग स्थिति ॥ अष्ट भवनों एतलो । वर्ष सहस्र चालीस फुन ।। मास पृथक मनु जाण, ४६. उत्कृष्ट अद्धा सोय, मास पृथक चिजं होय ४७. षष्ठम गमेज तास, नर भव पृथक मास, देश ४८. उत्कृष्ट अद्धा धार, बे मास पृथक है प्यार, ४९. सप्तम गमे सुजोड़, बे नर भव पूर्व कोड़, वर्ष ५०. उत्कृष्ट अद्धा लेख, भव अद्धा जघन्य थी । ऊण पल्य दोय फुन ॥ अष्ट भवां नों इह विधे । देश ऊण पल्य अष्ट फुन ॥ भव अद्धा जघन्य थी । सहस्र दश नाग स्थिति । अष्ट भवां नों आखियो । चिडं पुण्व फोड़ संपेल, ५१. अष्टम गमे कथित्त, कोड़ पूर्व नर स्थित्त ५२. अद्धा उत्कृष्ट धार, कोड़ पूर्व है व्यार, ५३. नवमे गर्म निहाल, कोड़ पूर्व मनु भा ५४. उत्कृष्ट अद्धा जेह, कोड़ पूर्व चि लेह विषे उपजेह, तसु ए कायसंवेह, बुद्धि सूं ५६. सेयं ते ५५. नाग स्वाम जी ! शत चउवीसम सोय । तृतीय उद्देशक दाखियो, अर्थ पकी अवलोय ॥ चतुशितितमशते तृतीयोद्देशकार्यः || २४|३|| ४२. उत्कृष्ट अद्धा वक्ष, चिरं पुव्व कोड़ प्रत्यक्ष, ४३. तुर्य गमे इम थाय, पृथक मास मनु मांय, *लय : तारा हो प्रत्यक्ष मोहनी Jain Education International बे भव देश देश ऊण पत्य अष्ट फुन ।। बे भव अद्धा जघन्य थी । वर्ष सहस्र दश नाग नीं ।। अष्ट भवां नों एतलो । वर्ष सहस्र चालीस फुन । वे भव अद्धा जघन्य थी। देश ऊण पल्य दोय फुन ।। अष्ट भवां नों इह विधे । देश कण पल्प अष्ट फुल || संख्यायु सन्नी मनुष्य । बुद्धि सूं अवलोकी को ।। ५६. सेवं भंते! सेवं भंते ! त्ति । For Private & Personal Use Only (श० २४१६०) श० २४, उ० ३, ढा० ४१९ ७७ www.jainelibrary.org
SR No.003622
Book TitleBhagavati Jod 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1996
Total Pages360
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size18 MB
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