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हिब पंचम द्विकसंयोगे ६४ भांगा कहै छ। तिहां प्रथम सर्व गुरु सर्व निद्ध संघाते ४ चउभंगी करि १६ भांगा --
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(५) स.गु.
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हिवं सर्व लघु सर्व उष्ण संघाते ४ चउमंगी करि १६ मांगा
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५० स ५१ स
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१५ स १६ स
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हिव सर्व गुरु सर्व लुक्ख संघाते ४ चउमंगी करि १६ भांगा---
स.गु. १७ स १८ स १९ स
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दे.शी.
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श०२०, उ०५, ढा० ४०२ ३१३
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