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________________ विषयानुक्रम पृष्ठ १११ ११२ विषय शंख पोक्खली पद राजा उदयन परिवार पद राजा उदयन आदि का धर्मश्रवण पद जयन्ती प्रश्न जीव की गुरुता और लघुता जीव की भव सिद्धिता जीव की बलवत्ता और दुर्बलता जीव की दक्षता और आलस्य इन्द्रियों की वशवर्तिता पृथ्वी पद परमाणु पुद्गलों का संघात-भेद पुद्गल परावर्तन पद चउवीस दंडक आश्री पुद्गल परावर्त औदारिक आदि पुद्गल परावत्तं नो स्वरूप वर्णादि की अपेक्षा से द्रव्य मीमांसा पद क्रोध के दस नाम मान के बारह नाम माया के पन्द्रह नाम लोभ के सोलह नाम मति के चार प्रकार उत्थान आदि का स्वरूप अवकाशांतर आदि में वर्णादिक की पृच्छा जंबूद्वीप आदि में वर्णादिक की पृच्छा चौबीस दंडकों में वर्णादिक की पृच्छा धर्मास्तिकाय आदि में वर्णादिक की पृच्छा कर्म, लेश्या और दृष्टि में वर्णादिक की पृच्छा उदयभाव जीव-अजीव शरीर, जोग और उपयोग में वर्णादिक की पृच्छा सब द्रव्यों में वर्णादिक की पृच्छा गर्भोत्पत्ति काल में वर्णादिक की पृच्छा कम विभक्ति पद चंद्रसूर्य ग्रहण पद राहू वर्णन राहू के भेद शशि-आदित्य पद चंद्रसूर्य-कामभोग पद जीवों का जन्म-मृत्यु पद अनेक अथवा अनन्त वार उपपात पद देवों का द्विशरीर-उपपाद पद। पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनि उपपाद पद पंचविध देवों का उपपाद पद पंचविध देवों का स्थिति पद पंचविध देवों का विकुर्वणा पद पंचविध देवों का उद्वर्तना पद पंचविध देवों का संचिट्ठणा पद पंचविध देवों का अंतर-पद पंचविध देवों का अल्पबहुत्व पद आत्मा-पद आठ आत्मा का अल्पबहुत्व पद आत्मा के साथ ज्ञान-दर्शन का भेदाभेद रत्नप्रभा आदि पृथ्वी आत्मा या नोआत्मा सौधर्म आदि स्वर्ग आत्मा या नोआत्मा परमाणु स्कंध आदि आत्मा या नोमात्मा नरक उपपाद पद नरक उद्वर्तना पद नरक-सत्ता पद सक्करप्रभा का विस्तार वालुकप्रभा का विस्तार पंकप्रभा का विस्तार धूमप्रभा का विस्तार तमा का विस्तार तमतमा का विस्तार नरक में सम्यक् दष्टि आदि की पृच्छा नरक में लेश्या की पृच्छा देवों के प्रकार असुरकुमार आदि देवों की पृच्छा व्यन्तर देवों की पृच्छा ज्योतिषी देवों की पृच्छा वैमानिक देवों की पृच्छा अनुत्तर विमान के देवों की पृच्छा देवों में सम्यग्दृष्टि आदि की पृच्छा देवों में लेश्या को पृच्छा २४ दण्डकों में आहार यावत परिचारणा नरक और नैरयिक-अल्पमहत् पद ११२ १२५ १३० १३३ १३४ १३४ १३५ १३६ GWWi Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003620
Book TitleBhagavati Jod 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1994
Total Pages460
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size24 MB
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