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हिवं बालु पंक थी ३ भांगा कहै छ
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हिवै बालु धूम थी २ भांगा कहै छ । • • • १ १
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हिवै बालु तम थी १ भांगो कहै छै
___ एवं ६ भांगा वालुका थी कह्या।
हिवै पंक धूम थी २ भांगा कहै छ
| ३३ | २
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१
• • • १ १ हिवं पंक तम थी १ भांगो कहै छ
एवं पंक थी तीन भांगा कहा।
हिवं धूम तम थी १ भांगो कहै छ
एतले तीन जीव नां इकसंजोगिया ७ भांगा, द्विकसंजोगिया ४२ भांगा, त्रिकसंजोगिया ३५ भांगा-एवं सर्व ८४ भांगा।
१०५. गंगेया ! नवमें शत बतोसम देशज, अर्थ ही।
गंगेया! इकसौ छिहतरमी ढाल, विशेष ही ।। १०६. गणपति ! भिक्खु भारीमाल, नृपतिइंदु सिरै।
गणपति ! 'जय-जश' हरष आनंद, सगुण संपति वरै ।।
४८ भगवती-जोड़
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