SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 148
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ दशम विकल्पे अष्टम विकल्पे ३२५ | १ | २ पंक, ३ धूम, १ तम ३२६ ३१० १४ वालु, १ तम, १ सप्तमी ए वालु थी ६ भांगा दश विकल करि ६० भांगा कह्या। हिवै पंक थी ३ भांगा ते किसा? पंक धूम थी २, पंक तम थी १ एवं पंक थी ३, दश विकल्प करि ३० भांगा कहा। तिहां पंक धूम थी २ भांगा प्रथम विकल कर कहै छ २ २ पंक, ३ धूम, १ सप्तमी नवम विकल्पे ३ पंक, २ धूम, १ तम ३११ १ | १ पंक, १ धूम, ४ तम ३ पंक, २ धूम, १ सप्तमी १ पंक, १ धूम, ४ सप्तमी दशम विकल्पे हिवै पंक धूम थी २ भांगा द्वितीय विकल्पे पंक, १ धूम, १ तम ११ पंक, २ धूम, ३ तम ३१४ २ | १ पंक, २ धूम, ३ सप्तमी हिवै पंक धूम थी २ भांगा तृतीय विकल्पे ३१५ १२ पंक, १ धूम, ३ तम ३३० २ ४ पंक, १ धूम, १ सप्तमी ए पंक धूम थी २ भांगा दश विकल्प करि २० भांगा कह्या। हिवं पंक तम थी १ भांगो दश विकल्प करि १० भांगा। ते प्रथम विकल्प करि कहै छै ३१६ | २ | २ पंक, १ धूम, ३ सप्तमी १ पंक, १ तम, ४ सप्तमी होवै पंक तम थी १ भांगो द्वितीय विकल्पे चतुर्थ विकल्पे १ पंक, ३ धूम, २ तम १ १ पंक, २ तम, ३ सप्तमी ३१७ हिवं पंक तम थी १ भांगो तृतीय विकल्पे ३१८ | २ १पंक, ३ धूम, २ सप्तमी २ पंक, १ तम, ३ सप्तमी पंचम विकल्पे हिवै पंक तम थी १ भांगो चतुर्थ विकल्पे २ पंक, २ धूम, २ तम ३३४ २ | २ पंक, २ धूम, २ सप्तमी | १ पंक, ३ तम, २ सप्तमी षष्ठ विकल्पे हिवं पंक तम थी १ भांगो पंचम विकल्पे ३ पंक, १ धूम, २ तम ३३५ १ | २ पंक, २ तम, २ सप्तमी ३२१ ३२२, २३ पंक, १ धूम, २ सप्तमी हिवै पंक तम थी १ भांगो षष्ठ विकल्प सप्तम विकल्पे | ३ पंक, १ तम, २ सप्तमी हिवै पंक तम थी १ भांगो सप्तम विकल्पे ३२३ । १ १ पंक, ४ धूम, १ तम ३२४ | २ | १ पंक, ४ धूम, १ सप्तमी ३३७ १ पंक, ४ तम, १ सप्तमी १३२ भगवती-जोड़ Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003619
Book TitleBhagavati Jod 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1990
Total Pages490
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy