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१०-३५. अहवा तिण्णि रयणप्पभाए तिण्णि सक्करप्पभाए।
एवं एएणं कमेणं जहा पचण्हं दुयासंजोगो तहा छह वि भाणियब्वो, नवरं-एक्को अब्भहिओ संचारेयव्वो जाव अहवा पंच तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ।
तीज विकल्प करि ६ भांगा कहै छै१०. तथा तीन वरत्न में, त्रिण सक्कर में चीनो।
जाव तथा त्रिण रत्न में, हवै सप्तमी तीनो।।
चउथे विकल्प करि ६ भांगा कहै छ११. तथा च्यार ह रत्न में, बे सक्कर अघखानो।
जाव तथा चिउ रत्न में, दोय तमतमा जानो ।।
पंचमें विकल्प करि ६ भांगा कहै छै१२. तथा पांच ह रत्न में, इक सक्कर दुखदायो।
जाव तथा पंच रत्न में, एक सप्तमी मांह्यो ।। ए रत्ल थी ६ भांगा पांच विकल्प करि ३० भांगा कहा।
हिवै सक्कर थी ५ भांगा ५ विकल्प करि २५ भांगा कहै छै१३. अथवा एक सक्कर ह्व, पंच वालुका पेखो।
जाव तथा इक सक्करे, पंच तमतमा लेखो।। १४. तथा दोय ह सक्करे, च्यार वालुका मांही।
जाव तथा बे सक्करे, च्यार सप्तमी थाई ।। १५. तथा तीन व सक्करे, तीन वालुका होयो।
जाव तथा तीन सक्करे, तीन सप्तमी जोयो । १६. तथा च्यार ह सक्करे, दोय वालुका जाणी।
जाव तथा चिउ सक्करे, दोय सप्तमी आणी ॥ १७. तथा पांच ह्र सक्करे, इक वालुक आख्यातो।
जाव तथा पंच सक्करे, एक तमतमा पातो ।।
हिवं बालुक थकी ४ भांगा ५ विकल्प करि कहै छ --- १८. तथा एक ह वालुका, पंच पंक में पेखो।
जाव तथा इक वालुका, पंच सप्तमी लेखो। १६. तथा दोय व वालुका, च्यार पंक रै माह्यो।
जाव तथा बे वालुका, च्यार सप्तमी जायो। २०. तथा तीन ह वालुका, तीन पंक दुखत्रासो।
तथा जाव तीन वालुका, तीन सप्तमी वासो।। २१. तथा च्यार ह्र वालुका, दोय पंक पहिछाणी।
जाव तथा च्यार वालुका, दोय सप्तमी जाणी॥ २२. तथा पांच ह्र वालुका, एक पंक अवलोयो।
जाव तथा पंच वालुका, एक सप्तमी होयो । ए वालुक थकी ४ भांगा पांच विकल्प कर २० भांगा कह्या ।
हिवै पंक थकी ३ भांगा पांच विकल्प करि कहै छ२३. तथा एक ह पंक में, पंच धूम अघखानी।
जाव तथा इक पंक में, पंच सप्तमी जानी। २४. तथा दोय ह पंक में, च्यार धूम पहिछानी।
जाव तथा बे पंक में, च्यार तमतमा जानी।। २५. तथा तीन व पंक में, तीन धम में तेहो।
जाव तथा त्रिण पंक में, तीन सप्तमी जेहो ।। १०८ भगवती जोड़
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