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प्रबन्ध-सम्पादक: श्रीचन्द रामपुरिया निदेशक आगम और साहित्य प्रकाशन (जैन विश्व भारती)
आर्थिक सौजन्य : समाज भूषण भगवत प्रसाद रणछोड़दास चेरिटेबल ट्रस्ट, अहमदाबाद
प्रथम संस्करण: १९८६
मूल्य : १५० रुपये
मुद्रक : मित्र परिषद् कलकत्ता के आर्थिक सौजन्य से स्थापित जैन विश्व भारती प्रेस, लाडनूं (राजस्थान)
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