SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 593
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ संडेरगच्छ १२६१ वासुपूज्य स्वामी की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्रतिष्ठा स्थान - पंचायती मंदिर, लश्कर-ग्वालियर वि० सं० १५५९ वैशाख वदि १ शनिवार१२१ पार्श्वनाथ प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्रतिष्ठा स्थान - अजितनाथ देरासर, शेख पाड़ो, अहमदाबाद शांतिसूरि (चतुर्थ) द्वारा प्रतिष्ठापित उपलब्ध जिन-प्रतिमाओं का विवरण वि० सं० १५५२ (तिथि विहीन प्रतिमा लेख)१२२ चन्द्रप्रभ स्वामी की चौबीसी पर उत्कीर्ण लेख प्रतिष्ठा स्थान - विमलनाथ जिनालय, चौकसी पोल, खंभात वि० सं० १५५५ ज्येष्ठ वदि १ शुक्रवार १२३ । प्रतिष्ठा स्थान - नवखंडा पार्श्वनाथ जिनालय, पाली वि० सं० १५६३ माह (माघ) सुदि १५ गुरुवार २४ मुनिसुव्रत स्वामी की प्रतिमा का लेख प्रतिष्ठा स्थान - सुपार्श्वनाथ जिनालय, जयपुर वि० सं० १५७२ वैशाख सुदि पंचमी सोमवार २५ शान्तिनाथ प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्रतिष्ठा स्थान - आदिनाथ जिनालय, दिलवाड़ा, आबू वि० सं० १५७२ वैशाख सुदि पंचमी सोमवार २६ धातु प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्रतिष्ठा स्थान - जैन मन्दिर - नाणा वि० सं० १५५० में रचित सागरदत्तरास२७ के रचयिता यही शान्तिसूरि (चतुर्थ) माने जा सकते हैं। ईश्वरसूरि (पंचम) द्वारा प्रतिष्ठापित उपलब्ध प्रतिमाओं का विवरण Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003615
Book TitleJain Shwetambar Gaccho ka Sankshipta Itihas Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherOmkarsuri Gyanmandir Surat
Publication Year2009
Total Pages698
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy