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________________ संडेरगच्छ ६० वि० सं० १६४२ वैशाख सुदि ५ शुक्रवार आदिनाथ की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्राप्ति स्थान - चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर वि० सं० १४६५ तिथिविहीन मूर्तिलेख " प्राप्ति स्थान चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर _६२ वि० सं० १४६९ माघ सुदि ६ रविवार वासुपूज्य की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्राप्तिस्थान - धर्मनाथ जिनालय, मेड़ता ६३ सुमतिसूरि (तृतीय) के पट्टधर शांतिसूरि (तृतीय) हुए । सन्डेरगच्छ के वि० सं० १४७२ से १५१३ तक के प्रतिमा लेखों में प्रतिष्ठापक आचार्य के रूप में इनका उल्लेख मिलता है; जिसका विवरण इस प्रकार हैवि० सं० १४७२ फाल्गुन सुदि ९ शुक्रवार भगवान् पद्मप्रभ की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्राप्तिस्थान - नवघरे का मंदिर, चेलपुरी, दिल्ली वि० सं० १४७५ ज्येष्ठ सुदि ९ शुक्रवार भगवान् शान्तिनाथ की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्राप्ति स्थान - चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर वि० सं० १४७६ मार्गशीर्ष सुदि ३ .६४ ६५ शान्तिनाथ की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्राप्तिस्थान - वही ६६ वि० सं० १४८३ फागुण वदि ११ पद्मप्रभ की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्राप्तिस्थान जैन मंदिर, चैलपुरी दिल्ली एवं वीर जिनालय, बीकानेर Jain Education International १२५३ - For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003615
Book TitleJain Shwetambar Gaccho ka Sankshipta Itihas Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherOmkarsuri Gyanmandir Surat
Publication Year2009
Total Pages698
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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