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प्राप्ति स्थान
चिन्तामणि जी का मंदिर,
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वि० सं० १४२५ माघ वदि ७ सोमवार"
जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास
बीकानेर
आदिनाथ पंचतीर्थी का लेख
प्राप्ति स्थान शांतिनाथ जिनालय, नमक मंडी,
आगरा
ईश्वरसूरि (तृतीय) के पट्टधर शालिसूरि (तृतीय) हुए । इनके द्वारा प्रतिष्ठापित २ प्रतिमार्थे आज उपलब्ध हैं, जिनका विवरण इस प्रकार है
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वि० सं० १४२२ माघ वदि १२ मंगलवार
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वासुपूज्य पंचतीर्थी का लेख,
प्राप्ति स्थान - विमलनाथ जिनलाय, कोचरों का चौक, बीकानेर वि० सं० १४४६ आषाढ़ वदि १
पार्श्वनाथ की धातु प्रतिमा का लेख
प्राप्ति स्थान - ऋषभदेव जिनालय की भाण्डारस्थ प्रतिमा, नाहटों की गवाड़, बीकानेर
शालिसूरि (तृतीय) के पट्टधर सुमतिसूरि (तृतीय) हुए । इनके द्वारा प्रतिष्ठापित वि० सं० १४४२ से वि० सं० १४६९ तक के जो प्रतिमायें आज उपलब्ध हैं, उन पर उत्कीर्ण लेखों का विवरण इस प्रकार है
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वि० सं० १४४२ वैशाख सुदि ३ सोमवार
प्राप्ति स्थान अनुपूर्ति लेख, आबू
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वि० सं० १४४३
प्राप्ति स्थान - जैन मन्दिर, राजनगर
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वि० सं० १४५९
प्राप्ति स्थान - अजितनाथ देरासर, शेख पाडो, अहमदाबाद वि० सं० १४६१ वैशाख सुदि
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शान्तिनाथ की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख
प्राप्ति स्थान - चन्द्रप्रभ जिनालय, जैसलमेर
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