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वायडगच्छ
१२२३ संदर्भसूची: १. थारापद्र-वर्तमान थराद, जिला बनासकांठा, उत्तर गुजरात.
मोढेरा-तालुका चाणस्मा, जिला मेहसाना, उत्तर गुजरात. उमाशंकर जोशी-पुराणोमां गुजरात संशोधन ग्रन्थमाला, ग्रंथांक ७; गुजरात विद्यासभा, अहमदाबाद ११४६ ईस्वी०, पृष्ट १६१. भोगीलाल सांडेसरा-जैन आगम साहित्यमां गुजरात, संशोधन ग्रन्थमाला, ग्रंथांक ८, गुजरात विद्यासभा, अहमदाबाद १९५२ ईस्वी, पृष्ठ १४९. यह सूचना प्रो० एम० ए० ढांकी से प्राप्त हुई है, जिसके लिये लेखक उनका हृदय से आभारी है। स्व० डा० उमाकान्त प्रेमानन्द शाह से प्राप्त सूचना पर आधारित. प्रो. ढांकी से प्राप्त व्यतिगत सूचना पर आधारित. मधुसूदन ढांकी और लक्ष्मण भोजक "शत्रुजयगिरिना केटलाक अप्रकट प्रतिमालेखो"
सम्बोधि, वर्ष ७, अंक १-४, लेखांक १-२, पृष्ठ १४-१५. ८. मोढेर वायडे खेडे नानके पल्लयां मतुण्डके मुण्डस्थले श्रीमालपत्तने उपकेशपुरे
कुण्डग्रामे सत्यपुरे टङ्कायां गङ्गाहदे सरस्थाने वीतभये चम्पायां अपापायां-पुण्ड्रपर्वते नन्दिवर्धन-कोटिभूमौ वीरः । "चतुरशीतिमहातीर्थनामसंग्रहकल्प" विविधतीर्थकल्प, संपा० मुनि जिनविजय, सिंघी जैन ग्रन्थमाला, ग्रन्थांक १०, शांतिनिकेतन १९३४ ई०, पृष्ठ ८५-८६. वायडपुरे जीवितस्वामिनं श्रीमुनिसुव्रतमपरं श्रीवीरं नन्तुं चलत। "मन्त्रिउदयनप्रबन्धः" पुरातनप्रबन्धसंग्रह, संपा० मुनि जिनविजय, सिंघी जैन ग्रन्थमाला, ग्रंथांक २, कलकत्ता १९३६ ई०, पृष्ठ ३२. अष्टोत्तरी तीर्थमाला चैत्यवन्दन विधिपक्षगच्छस्य पंचप्रतिक्रमणसूत्राणि, वि० सं०
१९८४. ११. यह सूचना प्रो० एम० ए० ढांकी से प्राप्त हुई है जिसके लिये लेखक उनका आभारी
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थाराउद्दय-वायड-जालीहर-नगर-खेड-मोढेरे । अणहिल्लवाडनयरे व (च) ड्डावल्लीय बंभाणे ॥ २७ ॥ "सकलतीर्थस्तोत्र" A descriptive Catalogue of Mss in the Jains Bhandars at Pattan, G.O.S. No. LXXVI, Baroda 1937 A. D, Pp. 155-156.
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