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006)
विजयसिंहसूरि
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जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास
साहित्यिक और अभिलेखीय साक्ष्यों द्वारा नागेन्द्रगच्छ की एक दूसरी शाखा का भी पता चलता है । चन्द्रप्रभचरित (रचनाकाल वि० सं० १२६४/ई० सन् १२०८ ) के रचनाकार देवेन्द्रसूरि और वासुपूज्य - चरित ( रचनाकाल वि० सं० १२४४ / ई० सन् १२४३) के रचनाकार वर्द्धमानसूरि ने उक्त कृतियों की प्रशस्तियों में नागेन्द्रगच्छ, जिससे वे सम्बद्ध थे, अपनी विस्तृत गुरु-परम्परा दी है जो इस प्रकार है
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नानाकथानकप्रबन्धावली के रचनाकार)
वीरसूरि
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वर्धमानसूरि | रामचन्द्रसूरि I
चन्द्रसूरि
I
देवसूरि
1 अभयदेवसूरि
|
धनेश्वरसूरि
देवेन्द्रसूरि (वि० सं० १२६४ / ई० सन् १२०८ में चन्द्रप्रभचरित के रचनाकार)
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