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१४८७) प्रतिमालेख
जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास
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धर्मप्रभसूरि
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देवचन्द्रसूरि विजयदेवसूरि धर्मसुन्दरसूरि धर्मसूरि
(वि०सं०
(वि०सं०
(वि०सं० (वि०सं०
(वि०सं० १४७१ - १४७६)
प्रतिमालेख
धर्मशेखरसूरि (वि०सं० १४८२ - १५१० )
प्रतिमालेख
१५०३ - १५३०)
प्रतिमालेख
१५११) १५२०)
प्रतिमालेख प्रतिमालेख
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शालिभद्रसूरि धर्मसागरसूरि (वि०सं०
(वि०सं०
१५१६-२८) (१४८४ - १५३५)
प्रतिमालेख
प्रतिमालेख
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धर्मप्रभसूरि (वि० सं० १५६१) प्रतिमालेख
पिप्पलगच्छीयगुरुस्तुति द्वारा त्रिभवीयाशाखा के धर्मप्रभसूरि के पूर्ववर्ती आचार्यों के नाम से ज्ञात हो चुके हैं। पिप्पलगच्छगुर्वावली १३ से हमें धर्मसागरसूरि के एक अन्य शिष्य धर्मवल्लभसूरि का बी पता चलता है 1 इस प्रकार साहित्यिक और अभिलेखीय साक्ष्यों के आधार पर पिप्पलगच्छ
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