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पिप्पलगच्छ की त्रिभवीयाशाखा की गुरु-परम्परा की जो तालिका बनती है, वह इस प्रकार है :
सर्वदेवसूरि (वडगच्छीय)
नेमिचन्द्रसूरि
(वडगच्छीय)
शांतिसूरि
(वि०सं० ११८१/ई० सन् ११२५ में पिप्पलगच्छ के प्रवर्तक)
शांतिसूरि
महेन्द्रसूरि विजयसूरि देवचन्द्रसूरि पद्मचन्दसूरि पूर्णचन्द्रसूरि
जयदेवसूरि देवप्रभसूरि जिनेश्वरसूरि देवभद्रसूरि
धर्मघोषसूरि
शीलभद्रसूरि
परिपूर्णदेवसूरि विजयसेनसूरि
धर्मदेवसूरि [त्रिभवीयाशाखा के प्रवर्तक, वि० सं०
१३८६ / ई० स० १३३० के प्रतिमालेख में उल्लिखित]
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