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जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास ४-५. श्री अगरचंद नाहटा, पल्लीवालगच्छपट्टावली, श्री आत्मानन्दजी शताब्दी ग्रंथ,
पृष्ठ १९१.
A. P. Shah, Ed. Catalogue of Sanskrit & Prakrit Mss. Muni Shree Punya __Vijayji's Collection, Vol. I, L. D. series No. 5, Ahmedabad 1965,
A.D. P- 189, No. 3343.
श्री आत्मानन्द शताब्दी ग्रंथ, पृष्ठ १९१-१९२. ८. वही, पृष्ठ १९२. ९. वही, पृष्ठ १९४-१९५. १०-११. वही, पृष्ठ १९२. १२. मुनि कांतिसागर, शत्रुजयवैभव, कुशल पुष्प ४, कुशल संस्थान, जयपुर १९९०
ई०, पृष्ठ ३७२. १३. द्रष्टव्य इसी पुस्तकके अ-तर्गत कोरंटगच्छ का संक्षिप्त इतिहास
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