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भवन्ति येषां समासव्यासाभ्यामभिधानमिति, यदिवा पूर्वश्रुतस्कन्धोक्त एवार्थोऽनेन दृष्टान्तद्वारेण सुखावगमार्थ प्रतिपाद्यत इत्यनेन सम्बन्धे-नायातस्यास्य श्रुतस्कन्धस्य सम्बन्धिनि सप्तमहाध्ययनानि प्रतिपाद्यन्ते ।
सूत्रकृतांग चूर्णि पृ. दशवै. नियुक्ति गाथा 169
दशवै. हारिभद्रया वृत्ति पत्र 87
दशवै. नियुक्ति गाथा 170
(अ) सूत्रकृतांग नियुक्ति गाथा - 38
53
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(ब) सूत्रकृतांग वृत्ति पत्र
(अ) सूत्रकृतांग नियुक्ति गाथा
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(ब) सूत्रकृतांग वृत्ति पत्र 53
सूत्रकृतांग नियुक्ति गाथा 22 : 'दो चैव सुतक्खंधा'
वही
सूत्रकृतांग चूर्ण पृ.
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(अ) समवाओ, पइण्णगसमवाओ सू. 90:
( ब ) नन्दी सूत्र - 82
(स) उत्तराध्ययन सूत्र 31 / 16
(द) आवश्यक सूत्र - 4
जैन साहित्य का बृहद इतिहास भाग विशेषावश्यक भाष्य गाथा
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गोम्मटसार ( जीवकाण्ड) गा. सूत्रकृतांग नियुक्ति गाथा 22 (अ) समवाओ, पइण्णगसमवाओ, सू.
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90
(ब) कसायपाहुड, जयधवला भाग- 1 पृ. (स) नन्दी सूत्र 84
(द) गोम्मटसार ( जीवकाण्ड) गा. नन्दी सूत्र - 84
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अनुयोगद्वार हारिभद्रया वृत्ति पत्र विशेषावश्यक भाष्य गाथा - आचारांग वृत्ति पत्र 2-3 बृहत्कल्पभाष्य वृत्ति भाग 1 पृ. समवाओ, पइण्णगसमवाओ, सूत्र 90
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1 पृ. - 173
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नन्दी सूत्र
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(अ) जैन साहित्य का बृहद इतिहास - भाग
(ब) षट्खण्डागम, धवला
भाग
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26 : इहाध्ययनार्थकथन विधिरनुयोगः ।
908/909
1 पृ.
98 / सूत्रकृतांग सूत्र का दार्शनिक अध्ययन
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1 पृ. - 173
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