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________________ 17. 18. 19. 20. 21. 22. 23. 24. 25. 26. 27. 28. 29. 30. 31. 32. 33. 34. 35. 36. 37. 38. 39. भवन्ति येषां समासव्यासाभ्यामभिधानमिति, यदिवा पूर्वश्रुतस्कन्धोक्त एवार्थोऽनेन दृष्टान्तद्वारेण सुखावगमार्थ प्रतिपाद्यत इत्यनेन सम्बन्धे-नायातस्यास्य श्रुतस्कन्धस्य सम्बन्धिनि सप्तमहाध्ययनानि प्रतिपाद्यन्ते । सूत्रकृतांग चूर्णि पृ. दशवै. नियुक्ति गाथा 169 दशवै. हारिभद्रया वृत्ति पत्र 87 दशवै. नियुक्ति गाथा 170 (अ) सूत्रकृतांग नियुक्ति गाथा - 38 53 - (ब) सूत्रकृतांग वृत्ति पत्र (अ) सूत्रकृतांग नियुक्ति गाथा 7 (ब) सूत्रकृतांग वृत्ति पत्र 53 सूत्रकृतांग नियुक्ति गाथा 22 : 'दो चैव सुतक्खंधा' वही सूत्रकृतांग चूर्ण पृ. 15 (अ) समवाओ, पइण्णगसमवाओ सू. 90: ( ब ) नन्दी सूत्र - 82 (स) उत्तराध्ययन सूत्र 31 / 16 (द) आवश्यक सूत्र - 4 जैन साहित्य का बृहद इतिहास भाग विशेषावश्यक भाष्य गाथा 1003 - - Jain Education International - - गोम्मटसार ( जीवकाण्ड) गा. सूत्रकृतांग नियुक्ति गाथा 22 (अ) समवाओ, पइण्णगसमवाओ, सू. 38 - - 355 90 (ब) कसायपाहुड, जयधवला भाग- 1 पृ. (स) नन्दी सूत्र 84 (द) गोम्मटसार ( जीवकाण्ड) गा. नन्दी सूत्र - 84 - अनुयोगद्वार हारिभद्रया वृत्ति पत्र विशेषावश्यक भाष्य गाथा - आचारांग वृत्ति पत्र 2-3 बृहत्कल्पभाष्य वृत्ति भाग 1 पृ. समवाओ, पइण्णगसमवाओ, सूत्र 90 2 - - 1 पृ. - 173 - 358 नन्दी सूत्र 47 (अ) जैन साहित्य का बृहद इतिहास - भाग (ब) षट्खण्डागम, धवला भाग - 26 : इहाध्ययनार्थकथन विधिरनुयोगः । 908/909 1 पृ. 98 / सूत्रकृतांग सूत्र का दार्शनिक अध्ययन 85 - 1 पृ. - 173 99 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003613
Book TitleAgam 02 Ang 02 Sutrakrutang Sutra Ka Darshanik Adhyayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNilanjanashreeji
PublisherBhaiji Prakashan
Publication Year2005
Total Pages436
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Philosophy, & agam_related_other_literature
File Size18 MB
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