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________________ Jain Education International धर्ममूर्तिसूरि की प्रेरणा से प्रतिष्ठापित जिनप्रतिमाओं की तालिका क्रमांक | प्रतिष्ठा सम्वत् माह, तिथि, दिन | लेख का स्वरूप प्राप्तिस्थान १. १६०३ | वैशाख सुदि ३ शुक्रवार शांतिनाथ की धातु की प्रतिमा | आदिनाथ जिनालय, पर उत्कीर्ण लेख गागरडू १६२९ | माघ सुदि १३ बुधवार पार्श्वनाथ की धातु की प्रतिमा । श्रेयांसनाथ देरासर, | पर उत्कीर्ण लेख फताशाह की पोल, अहमदाबाद १६४४ | फाल्गुन सुदि २ रविवार सुमतिनाथ की धातु की प्रतिमा सुमतिनाथ मुख्य बावन पर उत्कीर्ण लेख (जिनालय, मातर सन्दर्भग्रन्थ प्र.ले.सं., लेखांक १००४ एवं अंले.सं., लेखांक ४२६ |अंले.सं., लेखांक २७९. ३ For Private & Personal Use Only अचलगच्छ का इतिहास १६५४ माघ वदि ९ रविवार | सुविधिनाथ की धातु की प्रतिमा विमलनाथ जिनालय, पर उत्कीर्ण लेख सवाईमाधोपुर | श्रेयांसनाथ की धातु की प्रतिमा | शांतिनाथ जिनालय, पर उत्कीर्ण लेख कोठीपोल, बड़ोदरा १६५४ माघ वदि ९ रविवार जै.धा.प्र.ले.सं., भाग २, लेखांक ५०३ एवं अंले०सं०, लेखांक २८०. अंले.सं.,लेखांक ४४१ एवं प्र.ले.सं., लेखांक १०६५. जै.धा.प्र.ले.सं., भाग २, लेखांक ६४ एवं अंले.सं., लेखांक २८१. जै.धा.प्र.ले.सं., भाग २, लेखांक ५८८ एवं अंले सं०, लेखांक २८२. ६. १६५४ | माघ वदि ९ रविवार | सुपार्श्वनाथ की धातु की प्रतिमा | चिन्तामणि पार्श्वनाथ | पर उत्कीर्ण लेख जिनालय, खंभात www.jainelibrary.org है।
SR No.003612
Book TitleAchalgaccha ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherParshwanath Vidyapith
Publication Year2001
Total Pages240
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size8 MB
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