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क्रमांक प्रतिष्ठा सम्वत् माह, तिथि, दिन लेख का स्वरूप
प्राप्तिस्थान
सन्दर्भग्रन्थ शाला, पालीताना |३१६ एवं श.वै., लेखांक
३०५. १७१० मार्गशीर्ष सुदि ११ सोमवार संभवनाथ की प्रतिमा पर सुपार्श्वनाथ जिनालय, बी.जै ले.सं., लेखांक १७७२
| उत्कीर्ण लेख
नाहटों में, बीकानेर १७१८ श्रावण वदि ५ गुरुवार चरणपादुका पर उत्कीर्ण लेख | अंचलगच्छ का उपाश्रय, अंले.सं., लेखांक ३१७.
| हरिपुरा १७१८ माघ सुदि ६ बुधवार शिलालेख जिसमें आर्यरक्षितसूरि कल्याणसागरसूरि का वही, लेखांक ३१८.
से लेकर कल्याणसागरसूरि तक स्तूप, भुज की गुर्वावली दी गयी है साथ ही वि.सं. १७२१ वैशाख वदि ५ को कल्याणसागरसूरि की चरणपादुका स्तूप बनवाने का उल्लेख
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अचलगच्छ का इतिहास
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