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________________ 692 शोध कार्यों में श्राविकाओं का योगदान (प्राकृत भाषा एवं साहित्य) | ६६. जैन विद्यावती (श्रीमती) महापुराणः एक सांस्कृतिक अध्ययन राजस्थान; १६६६, अप्रकाशित । नि.-डॉ. शीतल चन्द्र जैन, जयपुर। जैन आचार्यो के संस्कृत पुराण साहित्य का सांस्कृतिक अध्ययन । मेरठ, २००० अप्रकाशित पूर्व अध्यक्ष-संस्कृत विभाग, एस. डी. कॉलेज, मुजफ्फरनगर। |१००. जैन सुषमा (डा.) जैन नीति, आचार, धर्म एवं योग १०१. जैन आराधना १०२. जैन उर्मिला (श्रीमती) जैन, प्रतिभा १०४. जैन, ममता रत्नकरण्डश्रावकाचार में प्रतिपादित श्रावक धर्म और मोक्षमार्ग में उसका स्थान | भोपाल, १६८२ अप्रकाशित। प्राकृत एवं संस्कृत साहित्य में अनुप्रेक्षाः एक आलोचनात्मक अध्ययन मेरठ, १६६३, अप्रकाशित (टंकित) नि.- डॉ. श्रीकांत पाण्डेय। हिन्दू और जैन नैतिक आदर्शो का समालोचनात्मक अध्ययन। रांची, १६८१, अप्रकाशित। आर्यिका ज्ञानमती माता विरचित कल्पद्रुम विधानः एकअध्ययन। मेरठ, २०००. अप्रकाशित नि.-डॉ. सुशीला शर्मा, गाजियाबाद (उ. प्र.) जैन आचार संहिता का समीक्षात्मक अध्ययन। आगरा, १६६३.-६४, अप्रकाशित । नि.-डॉ. सन्तोष शर्मा, फिरोजाबाद (उ. प्र.) जैन गहस्थ चर्या, सागर, १६६५, अप्रकाशित नि.-प्रो. श्रीधर मिश्र, इतिहास विभाग, सागर (म. प्र.) जैन श्रावकाचारः एक अध्ययन (जैन गहस्थ की आचार संहिता) सागर, १६८८, अप्रकाशित नि.-डॉ. भागचन्द जैन भागेन्दु दमोह (म. प्र.) भगवती सूत्र में प्रतिपादित “धर्म-दर्शन का समीक्षात्मक अध्ययन"। लाडनूं २००३ अप्रकाशित नि.-डॉ के. सी. सौगानी १०५. जैन शैलेष (श्रीमती) जैन सन्ध्या (श्रीमती) १०७. जैन सुधा (श्रीमती) | १०८. जैन डागा, तारा (श्रीमती) जैन इतिहास, संस्कृति कला एवं पुरातत्त्व १०६. जैन ऊषा (श्रीमती) ११०. जैन, एकता १११. जैन, राजेश (श्रीमती) ११२. जैन रेनू ११३. जैन रेनू मध्य प्रदेश के अभिलेखों का सांस्कृतिक अध्ययन। जबलपुर, १६८२ अप्रकाशित "भारतीय इतिहास में प्रमुख जैन आचार्यो का योगदान" | सागर २००० अप्रकाशित नि.-डॉ. के. एल. साहू, नरसिहपुर (म. प्र.) मध्यकालीन राजस्थान में जैन धर्म वाराणसी...प्रकाशित । जैन साहित्य में नारी (ई. पू. ५वी शती से पूर्वी ईस्वी तक) मेरठ, १६६५, अप्रकाशित नि. -डॉ. के. के. शर्मा, मेरठ। जैन साहित्य में नारी (ई. पू. ५वीं शती से ५वीं ईस्वी तक) मेरठ, २००३, अप्रकाशित (टंकित) नि.-डॉ. के. के. शर्मा, मेरठ। सेरोन कलां, ललितपुर से प्राप्त मूर्तिकला का अध्ययन सागर, १६६२, अप्रकाशित नि.-डॉ. आर. एस. अग्रवाल । इन्दौर के दिगम्बर जैन मन्दिर इन्दौर, १६६७, अप्रकाशित । नि.-डॉ. हरवंश सिंह छावड़ा। मध्य प्रदेश का गुप्तोत्तरकालीन सांस्कृतिक परिवेशः जैन स्त्रोतों के आधार जबलपुर २०००, अप्रकाशित नि.-डॉ. मणिराम शर्मा, जबलपुर (म. प्र.) मालवा में जैन साहित्य का निर्माण तथा जैन साहित्यकारों का योगदान विक्रम, १६७७, अप्रकाशित। ११४. जैन वन्दना जैन शैलजा (कु०) | ११६. जैन सीमा | ११७. जैन सुशील (श्रीमती) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003610
Book TitleJain Shravikao ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPratibhashreeji
PublisherPrachya Vidyapith Shajapur
Publication Year2010
Total Pages748
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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