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जैन श्राविकाओं का बृहद् इतिहास
625
क्र०
संवत्
श्राविका नाम
वंश/गोत्र
संदर्भ ग्रंथ
प्रेरक/प्रतिष्ठापक गच्छ / आचार्य
प्रतिमा निर्माण ।
आदि
1350
| 19वीं | परताबाई द्वारा लिपिकृत
पद्मचंद मुनि कृत
जंबूचरित्र
रा. हि. ह. ग्रं. सू.
31
सदी
भा. 1
1351
| 1827 | बाई सरूपा पठनार्थ
मुनि रालसी लिपिकर्ता | सावलिंगा री बात
रा. हि. ह. ग्रं. सू. | 310 भा. 3
1352
.......
धर्मदेव
शाति कथा विधि
ख. प. सं.
85
| 16वीं | मानिनी शती
1353
15वीं | लोणादेवी
पदमनाथ
यशोधर चरित्र
ख. प. सं.
5-6
शती
1354
गोविंद
पुरुनार्थानुशासन
ख. प. सं.
502
| 15वीं | पदमश्री शती
1355
| 16वी |
कोटि वर
ख. प. सं.
503
| समक्क शती
1356
16वी | देविले
मंगराज तृतीय
6 कृतियाँ
ख. प. सं.
485
शती
1357
| 15वी | वील्हादेवी
....... | हरिचंद्र
अणस्थिमिय कहा
ख. प. सं.
431
| शती
1358
हुंबड जाति
रत्नचंद्र
सुभौम चक्रवर्ती चरित्र | ख. प. सं.
542
16वी चम्पादेवी शती
1359
16वी गुमटाम्बा
वत्स गोत्र
नागचंदसूरि
ख. प. सं.
85
विषापहार टीका आदि भाग
शती
1360
भटटा रत्नचंद्र
सुभाम चक्रवर्ती चरित्र | ख. प. सं..
542
| 17वी | चंपादेवी शती
1361
17वी मानिनी
धर्मदेव
शांतिकथा विधि
ख. प. सं.
शती
1362
| ख. प. सं.
17वी | वीणादेवी शती
| राजा पध्नसिंह की रानी | अष्टमजिन पुराण
संग्रह की रचना
1363
17वी | रिरवश्री
पं. जिनदास
होली रेणुका चरित्र
ख. प. सं.
शती
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