SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 517
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ जैन श्राविकाओं का बृहद इतिहास क्र० 2370 2371 2374 2372 1590 2375 2377 2373 1595 सुनावत 2379 2376 1595 2381 2382 2383 संवत् 2384 1583 1708 2378 1722 2385 2386 2387 1590 तौला 2388 1595 1595 17वीं सदी 1756 2380 1757 मानी 18वीं सदी 1826 1883 1897 1899 19वी षती 1967 श्राविका नाम 1507 गौरी 1509 Jain Education International तोलादे कमलश्री कोइल धमला, धनश्री, सुनरखत लाधाजी चामी, रूकमा मन्नी हरिकंवरी राजबाई आदि भीवसादे नंदादे कवियित्री चंपाबाई तेजकरण इच्छाकोर सरूपा बाई बडी बाई माल्लू उनी, सुतोशता, गोमति वंश / गोत्र बाकलीवाल बाकलीवाल अग्रोत श्री. श्री. ज्ञा. दीवान नंदलाल गोथा की पत्नी टोंग्या गोत्र नागरवणिक प्रा. ज्ञा. प्रेरक / प्रतिष्ठापक गच्छ / आचार्य दसलक्षण यंत्र संभवनाथ चैत्यालय शांतिनाथ काताम्रयंत्र पज्जुण चरिउ आदिनाथ का विशाल मंदिर प्रद्युम्न शास्त्र लिखवाया पंचास्तिकाय ग्रंथ लिखवाया सुकुमाल चरित्र तपा श्री ज्ञानविमलसूरि पंच कल्याणक चंपाशतक की रचना की थी पं. भाणचंद बेखरसूरि कुंदकुंदाचार्य For Private & Personal Use Only प्रतिमा निर्माण आदि मंडलाचार्य धर्मचंद्र पार्श्वनाथ ख.जै.स.बृ.इ. आर्यिका विनयश्री ख. जै. स. बृ.इ. पठनार्थ ख. जै.स.बृ.इ. जै. ग्र.भ.इ.ज.ना. यंत्र बनवाया संभवनाथ धर्म शाला का निर्माण मंदिर के पास किया पदमावर्ती मूर्ति श्री श्रीमाल सज्झाय चंद्रप्रभु संदर्भ ग्रंथ ख. जै. स. बृ.इ. भ. श्री अजितनाथ जी ख. जै.स. बृ.इ. जै.ग्र.भ.इ.ज.ना. प्र. जै.ले.सं. नया मंदिर धरमपुरा दिल्ली ख. जै.स. बृ.इ. प्र. जै.ले.सं. ख.जै.स.बृ.इ. ख.जै.स.बृ.इ. म. जै. वि.सु.म.ग्रं. भ.सं. जैनी. इ. काव्य संग्रह म.दि.जै.तीर्थ. उ भ. श्री संभवनाथ म.दि.जै.ती.र्थ.उ जी म.दि.जै.ती.र्थ. उ 148 148 172 150 133 75 ہے 74 226 103 26 129 93 191 156 29 292293 29 495 www.jainelibrary.org
SR No.003610
Book TitleJain Shravikao ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPratibhashreeji
PublisherPrachya Vidyapith Shajapur
Publication Year2010
Total Pages748
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy