SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 432
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 410 सोलहवीं से 20वीं शताब्दी की जैन श्राविकाएँ क्र० संवत् | श्राविका नाम वंश/गोत्र प्रेरक / प्रतिष्ठापक गच्छ /आचार्य प्रतिमा निर्माण आदि ___ संदर्भ ग्रंथ 585 1537 सामा जेसवाल, मूलसंघ " जिन प्रतिमा जै.सि.भा. सन् 1936 586 जालही अग्रोत, गोयल " जिन प्रतिमा" जै.सि.भा. सन् 1936 | 587 जाल्ही, टूंडा, उदी, चार्युदे 'काष्ठासंघ नेमिनाथ जै.सि.भा. सन् 1935 | 14 588 सामा मूलसंघ महावीर जै.सि.भा. सन् 1935 - 3 589 1540 रूषी ................ काष्ठासंघ सोमकीर्ति जिन प्रतिमा जै.सि.भा. सन् 1940 16 590 1545 | कुसुमा, उदयश्री वरहिया कुल जै.सि.भा. सन् 1936 | 32 591 सता वरहिया कुल आदिनाथ मूलसंघ भट्टारक श्री जिनचंद्रदेव जै.सि.भा. सन् 1935 | 1 592 पुनिमा अग्रोत, मित्तल ................. जिन प्रतिमा जै.सि.भा. सन् 1936 31 हूंबड ज्ञा. मूलसंघ के ज्ञानभूषण संभवनाथ जै.सि.भा. सन् 1940 18 5931547 594|1549 हर्षु, रूक्मिणी गदा जै.सि.भा. सन् 1938 | 32 595 1593 दालक्खू, अमरा । ऊकेश, बोथरा गोत्र श्री जिनमाणिक्यसूरि । श्री आदिनाथ जै.धा.प्र.ले.स.भा.2 596 सकतादेवी श्री शीतलनाथ | जै.धा.प्र.ले.स.भा.2 597 सुहागदेवी श्री शांतिनाथ | जै.धा.प्र.ले.स.भा.2 598 11598 जीविणिपठानार्थ खरतर, श्रीवंत (कडवागच्छ) | साहू जबाकेन ने लिखवाया | जै.धा.प्र.ले.स.भा.2 | 312 ऋषभदेव विवाहलु धवल बंध 44 ढाल लिखवाईगई थी। 599 1556 | 996 लीलादेवी की पुत्री डोसी जिदा की पत्नी आदिनाथ चैत्य में | जै.धा.प्र.ले.स.भा.2 देवकुलिका का निर्माण करवाया था। 600 1579 अरधाई. कुंयरि उकेश वंश कल्याणातिलकगणि लिखित जंबूचरित्र चौपाई जै.धा.प्र.ले.सं.भा.2 367 601 1525 शंकरदेवी वसदि के लिए भूमि | जै.धा.प्र.ले.स.भा.2 का दान | 317 602 1596 पिरोजांपठनार्थ ऋषि देवसागर द्वारा लिखित लीलावती चोपाई जै.धा.प्र.ले.स.भा.2 603 1562 प्रेमबाई पठनार्थ आलोचणविनति जी जै.धा.प्र.ले.सं.भा.2 170 गणिरत्नविजय द्वारा लिखित 604 1500 हासलदे | श्री ब्राह्मणगच्छे श्री प्रद्युम्नसूरि भ. श्री कुंथुनाथ जी जै.धा.प्र.ले.स.भा.2 | 75 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003610
Book TitleJain Shravikao ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPratibhashreeji
PublisherPrachya Vidyapith Shajapur
Publication Year2010
Total Pages748
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy