________________
जैन श्राविकाओं का बृहद् इतिहास
क्र०
संवत् । श्राविका नाम
वंश/गोत्र
प्रेरक/प्रतिष्ठापक
गच्छ /आचार्य ज्ञानभूषण
प्रतिमा निर्माण ।
आदि
संदर्भ ग्रंथ
527
1544
रेमाई
प्रतिमा
भ. स.
142
528
1531
जयश्री
आदिनाथ प्रतिमा
भ. स.
220
5291537
| जाल्ही
अग्रोत गोयल गोत्र
नेमिनाथ प्रतिमा
221
530
1502
जैणी
यंत्र
भ. स.
219
531
1572
सौनबाई
काश्यपगोत्र
ऋषभनाथ प्रतिमा
भ. स.
229
532
1513
विद्यानंदी
चौबीसी जिनमूर्ति
भ. स.
170
वारू, स्वश्रेयार्थ | हुमड़ वंश आर्यिका संयमश्री श्रेयार्थ ताकू
हुंबड. ज्ञा
533
1560
विजयकीर्ति
शांतिनाथ प्रतिमा
143
534
1552
देऊ
हुंबड. ज्ञा
ज्ञान भूषण
सुमतिनाथ प्रतिमा
भ. स.
142
535
1518
जीवी नवकरण
हूमड़ वंश
ज्ञान भूषण.
प्रतिमा
भ. स.
183
536
1573
सामू
खंडेलवाल ठोल्या गोत्र
दसलक्षणयंत्र
भ. स.
170
537
|1511
गेली
5381536
श्री देवतिलक उपाध्याय
जेसलमेर के गढ़ पर | जै.प्रा.जै.ग्रं.मं.सू. अष्टापद,महाती येकंट प्रसाद बनवाया पार्श्वनाथ व सरस्वती वही की प्रतिमा बनवाई। आबू शत्रुजय गिरनार | की यात्रा की
धानू, बीजू, नायकदे, हरवू सलवू, हस्तू, लाला, वालही, विमलादे, कनकादे, धरणिगदे माणिकदे,
ऊकेशवंश संखवाल कमलादे, पूनादे, गोत्र गेली
539
1583
वही
नेमिनाथ, संभवनाथ बिंब बनवाया, शत्रुजय, आबू गिरनार की यात्रा
5401505
गेली
शंखवाल गोत्र
लेखक मेरुसुंदरगणि
श्री तपः पट्टिका
| वही
महजये (पुण्याथी
श्री जिनचंद्रसूरि
श्री शत्रुजय गिरनार | वही अवतार पट्टिका
542
1518
प्रेमलदे
नंदीवर पट्टिका
5431518
गेली
वही
शत्रुजयगिरनारावतार
For Private & Personal Use Only
Jain Education International
www.jainelibrary.org