SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 326
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ . आठवीं से पंद्रहवीं शताब्दी की जैन श्राविकाएँ संवत् | श्राविका नाम वंश/गोत्र अवदान संदर्भ ग्रंथ بن प्रेरक/प्रतिष्ठापक गच्छ / आचार्य | श्री धर्मघोष सूरि | 1441 | मेघी, रहयणी प्राग्वाट् ज्ञा. | श्री शांतिनाथ अ.प.जै.धा.प्र.म. 49 1444 | मोखलदे ब्रह्माण श्री वीर सूरि श्री संभव पंचतीर्थी | अ.प.जै.धा.प्र.म. 58 श्री माल ज्ञातीय प्राग्वाट् ज्ञा. 50 | 1444/ रामकोर श्री देवचंद्र सूरि श्री पार्श्वनाथ अ.प.जै.धा.प्र.म. 51 1445/लेज्यादे ओसवाल ज्ञा. अ.प.जै.धा.प्र.म. 1446 | सीतादे प्राग्वाट् ज्ञा. श्री ब्रह्माण श्री विज्ञान श्री महावीर | सूरि मडाहडीय श्री मुक्तिन | श्री पार्श्वनाथ प्रभ सूरि | श्री सूरि श्री शांतिनाथ | अ.प.जै.धा.प्र.म. 53 1446|श्रेयस प्राग्वाट् ज्ञा. अ.प.जै.धा.प्र.म. 158 1447 | वील्हूणदे प्राग्वाट् ज्ञा. श्री मुनिप्रभसूरि श्री शांतिनाथ अ.प.जै.धा.प्र.म. 1449 | प्रीमलदे श्री ललितप्रभसूरि श्री शांतिनाथ अ.प.जै.धा.प्र.म. | 1449 | भरमारदे श्री भवदेव सूरि श्री मुनिसुव्रत अ.प.जै.धा.प्र.म. 1449 | भमरी, पोमादे प्राग्वाट् ज्ञा. श्री देवसुंदर सूरि श्री शांतिनाथ | अ.प.जै.धा.प्र.म. 58 1450 | सलखणदे, झाजण प्राग्वाट् ज्ञा. श्री धर्मतिलक सूरि श्री महावीर अ.प.जै.धा.प्र.म. 59 1451 | दीलहणदे प्राग्वाट् ज्ञा. श्री रत्नप्रभसूरि श्री पार्श्वनाथ अ.प.जै.धा.प्र.म. 59 1451 | लातुर देवी ऊकेश ज्ञा. श्री जितेन्द्र सूरि श्री चंद्रप्रभु अ.प.जै.धा.प्र.म. 61 1452 | सोढी प्राग्वाट् ज्ञा. श्री रत्नप्रभु सूरि श्री पार्श्वनाथ अ.प.जै.धा.प्र.म. 160 | 62 1452 | काभलदे उपकेष ज्ञातीय | मडाहड श्री धर्मचंद्र सूरि | श्री शांतिनाथ अ.प.जै.धा.प्र.म. 63 1453 | कामलदे, वाहिणादे प्राग्वाट् ज्ञा. श्री रत्नप्रभु सूरी श्री चंद्रप्रभु अ.प.जै.धा.प्र.म. 64 1453 उकेष वंष श्री सूरि | श्री मुनिसुव्रत स्वामी | अ.प.जै.धा.प्र.म. | 60 65 | 1455 | सीतादे, गाहिदी प्राग्वाट् ज्ञा. श्री सूरि श्री सुमतिनाथ अ.प.जै.धा.प्र.म. | 1455 | सुदड़ाजे श्री माल ज्ञा. | श्री मदन प्रभ सूरि | श्री पार्श्वनाथ अ.प.जै.धा.प्र.म. 67 1387 ] ललरू उकेष वंष उकेष श्री देव प्रभ सूरि | श्री धर्मनाथ अ.प.जै.धा.प्र.म. 49 68 | 1388| पदमल प्राग्वाट् ज्ञा. | श्री सदगुरू श्री महावीर अ.प.जै.धा.प्र.म. 49 69 1390 लछमा श्री नरदेवसूरि श्री वासुपूज्य अ.प.जै.धा.प्र.म. 149 70 1390 जाजत्म अंचल गच्छ श्री आदिनाथ अ.प.जै.धा.प्र.म. 711392 गीता, माणकदे श्रीमान देव सूरि श्री आदिनाथ अ.प.जै.धा.प्र.म. 50 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003610
Book TitleJain Shravikao ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPratibhashreeji
PublisherPrachya Vidyapith Shajapur
Publication Year2010
Total Pages748
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy