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विषय सूची
२.२४ इक्कीसवें तीर्थंकर म०. नमिनाथ जी से संबंधित श्राविकाएँ २.२५ बाईसवें तीर्थंकर म०. अरिष्टनेमि जी से संबंधित श्राविकाएँ २.२६ जैन कथाओं में वर्णित जैन श्राविकाएँ २.२७ विविध श्राविकाएँ
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अध्याय - ३ - ऐतिहासिक काल की जैन श्राविकाएँ ३.१ तीर्थंकर भ०. पार्श्वनाथ जी : ' ऐतिहासिक पुरूष ३.२ तथागत बुद्ध की साधना पर भगवान् पार्श्व का प्रभाव ३.३ तीर्थंकर भ०. महावीर जी कालीन परिस्थितियाँ
(१) धार्मिक (२) सामाजिक (३) राजनैतिक । ३.४ तीर्थंकर महावीर की देन
(१) सामाजिक (२) धार्मिक (३) सांस्कृतिक (४) राजनैतिक (५) भाषा सम्बन्धित। ३५ तीर्थंकर भ००. महावीर जी के शासन काल में नारी चेतना ३. तीर्थंकर भ०. पार्श्वनाथ जी से संबंधित श्राविकाएँ ३.७ तीर्थंकर भ०. महावीर स्वामी से संबंधित श्राविकाएँ
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अध्याय - ४ - महावीरोत्तरकालीन जैन श्राविकाएँ ४.१ महावीरोत्तरकालीन धार्मिक एवं राजनैतिक स्थिति ४.२ आंध्र प्रदेश अथवा कलिंग देश में जैन धर्म ४.३ खारवेल परिवार का जैन धर्म प्रभावना में योगदान ४.४ लेन गुफा निर्माण में खारवेल की रानी का योगदान ४.५ म्युरा में चतुर्विध - संघ प्रस्तरांकन एवं जैन श्राविकाएँ ४.६ चतुर्विध – संघ प्रस्तरांकन ४.७ मारा में चैत्य निर्माण, जिन प्रतिमा प्रतिष्ठा आदि में श्राविकाओं का अवदान ४.८ देवनिर्मित स्तूप। ४.६ इस काल की महत्वपूर्ण श्राविकाएँ
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अध्याय - ५ . आठवीं से पंद्रहवीं शताब्दी की जैन श्राविकाएँ ५.१ उत्तर भारत में जैन धर्म ५.२ ग्यारहवीं से तेरहवीं शती की जैन श्राविकाएँ
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