SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 99
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ प्राचीनाचार्य विरचित आराधनापताका में समाधिमरण की अवधारणा का समालोचनात्मक अध्ययन 85 2 3 (प्रवचनसारोद्धार, गाथा- 1/875) नाइ विगिट्ठो य तवो छम्मासे परिमियं च आयामं। अण्णे वि य छम्मासे होइ विगिट्ठ तवोकम्मं ।। (प्राचीनाचार्यविरचित आराधनापताका,गाथा 11) नाइ विकिट्ठो य तवो छम्मासे, परिमियं च आयाम । अवरेऽवि य छम्मासे होइ विगिळं तवोकम्म।। (प्रवचनसारोद्धार,गाथा- 1/876) वासं कोडी सहियं आयामं कटु आणुपुव्वीए। संलेहित्तु सरीरं भत्तपरिन्नं पवज्जेइ।। (प्राचीनाचार्यविरचित आराधनापताका,गाथा 12) वासं कोडीसहियं आयामं कड आणुपवीए। गिरिकंदरं व गंतुं पाओवगमं पवज्जेइ ।। (प्रवचनसारोद्धार,गाथा- 1/877) उव्वत्त दार संथार कहग, वाईय अग्गदा-रम्भि। भत्ते पाण वियारे कहग दिसा जे समत्था य ।। . (प्राचीनाचार्यविरचित आराधनापताका,गाथा 33) उव्वत्त दार संथार कहग, वाईय अग्गदारंमि। भत्ते पाण वियारे कहग दिसा जे समत्था य।। (प्रवचनसारोद्धार,गाथा- 1/629) काले विणए बहुमाणे उवहाणे तहा अनिन्हवणे। रंजण अत्थ तदुभए सुयनाणविराहणं वियडे।। (प्राचीनाचार्यविरचित आराधनापताका,गाथा 176) काले विणए बहुमाणोवहाणे तहा अनिण्हवणे। वंजण अत्थ तदुभए सुयनाणविराहणं वियडे ।। (प्रवचनसारोद्धार,गाथा- 1/267) निस्संकिय निक्कंखिय निव्वितिगिच्छा अमूढदिट्ठी य। उववूह थिरिकरणे वच्छल्ल पहावणे अट्ठ।। (प्राचीनाचार्यविरचित आराधनापताका,गाथा 180) निस्संकिय निक्कंखिय निव्वितिगिच्छा अमूढदिट्ठी य। उववूह-थिरिकरणे वच्छल्ल-पभावणे अट्ठ।। -(प्रवचनसारोद्धार,गाथा- 1/268) पुरओ पक्खाऽऽसन्ने गंता चिट्ठण निसीयणाऽऽयमणे। आलोयण पऽिसुणणे पुव्वालवणे य आलोए।। (प्राचीनाचार्यविरचित आराधनापताका,गाथा 504) पुरओ पक्खाऽऽसन्नेगंताचिट्ठणनिसीयणायमणे। आलोयणऽपडिसुणणे पुव्वालवणे य आलोए।। (प्रवचनसारोद्धार,गाथा- 1/139) 5 6 7 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003609
Book TitleAradhanapataka me Samadhimaran ki Avadharna
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPratibhashreeji, Sagarmal Jain
PublisherPrachya Vidyapith Shajapur
Publication Year2010
Total Pages242
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy