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________________ विषयसूची विषय पृष्ठ क्रमांक प्रस्ताविक तत्त्वार्थसूत्र के आधारभूत ग्रन्थ क्या उमास्वाति के तत्वार्थसूत्र का आधार कुन्दकुन्द के नथ हैं ? तत्त्वार्थसूत्र के मूलपाठ का प्रश्न सूत्रों का विलोपन एवं वृद्धि सूत्रगत मतभेद क्या तत्त्वार्थसूत्र का भाष्य-मान्य पाठ अप्रामाणिक और परवर्ती है ? १९ क्या वाचक उमास्वाति और उनका तत्त्वार्थसूत्र श्वेताम्बर परम्परा का है? क्या प्रशमरति प्रकरण और तत्वार्थभाष्य भिन्न कृतक हैं ? क्या तत्त्वार्थसूत्र और तत्त्वार्थभाष्य भी भिन्न कृतक हैं ? सर्वार्थसिद्धि का पाठ संशोधन क्यों ? विचार-विकास की दृष्टि से सर्वार्थसिद्धि और तत्त्वार्थभाष्य का पूर्वापरत्व तत्त्वार्थभाष्य की स्वोपज्ञता भाष्य की प्राचीनता स्वोपज्ञभाष्य की आवश्यकता तत्त्वार्थसूत्र के कुछ सूत्रों का दिगम्बर मान्यताओं से विरोध क्या तत्त्वार्थसूत्र और उसका स्वोपज्ञभाष्य श्वेताम्बरों के विरुद्ध है ? ७८ क्या तत्त्वार्थभाष्य का श्वेताम्बर परम्परा से विरोध है ? । ११० क्या तत्त्वार्थसूत्र यापनोय परम्परा का ग्रन्थ है ? ११२ तत्त्वार्थसूत्र का रचना काल १२८ उमास्वाति का जन्म-स्थल एवं कार्य क्षेत्र १३५ उमास्वाति को उच्चै गर शाखा का उत्पत्ति स्थल-ऊँचेहरा (म०प्र०) १३६ उमास्वाति का जन्म स्थान-नागोद (म० प्र०) १४०" उपसंहार १४२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003603
Book TitleTattvartha Sutra aur Uski Parampara
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSagarmal Jain
PublisherParshwanath Vidyapith
Publication Year1994
Total Pages162
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Tattvartha Sutra, History, Tattvartha Sutra, & Tattvarth
File Size8 MB
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