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ठाणं (स्थान)
७८१
स्थान ७ : टि०४६
इन सात निन्हवों में जमाली, रोहगुप्त तथा गोष्ठामाहिल ये तीन अन्त तक अलग रहे, भगवान् के शासन में पुनः सम्मिलित नहीं हुए, शेष चार पुन: शासन में आ गए।
संख्या
प्रवर्तक आचार्य
नगरी
प्रतित मत
समय
जमाली
श्रावस्ती
बहुरतवाद
| तिष्यगुप्त
ऋषभपुर
जीवप्रादेशिकवाद
or my w
आचार्य आषाढ़ अश्वमित्र गंग रोहगुप्त (पडुलुक) गोष्ठामाहिल
श्वेतबिका मिथिला उल्लुकातीर नगर अंतरंजिका दशपुर
अव्यक्तवाद समूच्छेदवाद द्वैक्रिय वैराशिक अबद्धिक
भगवान् महावीर के कैवल्य प्राप्ति के १४ वर्ष बाद।। भगवान् महावीर के कैवल्य प्राप्ति के १६ वर्ष बाद। निर्वाण के २१४ वर्ष बाद। निर्वाण के २२० वर्ष बाद। निर्वाण के २२८ वर्ष बाद । निर्वाण के ५४४ वर्ष बाद। निर्वाण के ५८४ वर्ष बाद।
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