SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 378
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ठाणं (स्थान) स्थान ४: सूत्र २०१-२०५ २०१. चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं चत्वारि पुरुषजातानि प्रज्ञप्तानि, २०१. पुरुष चार प्रकार के होते हैंजहातदयथा १. कुछ पुरुष दीन और दीन शीलाचार दोणे णाममेगे दोणसीलाचारे, दीन: नामकः दीनशीलाचारः, वाले होते हैं, २. कुछ पुरुष दीन, किन्तु दीणे णाममेगे अदीणसीलाचारे, दीन: नामकः अदीनशीलाचारः, अदीन शीलाचार वाले होते हैं, ३. कुछ अदीणे णाममेगे दीणसीलाचारे, अदीन: नामैक: दीनशीलाचारः, पुरुष अदीन, किन्तु दीन शीलाचार वाले अदीणे णाममेगे अदीणसीलाचारे। अदीनः नामैक: अदीनशीलाचारः। होते हैं, ४. कुछ पुरुष अदीन और अदीन शीलाचार वाले होते हैं। २०२. चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं चत्वारि पुरुषजातानि प्रज्ञप्तानि, २०२. पुरुष चार प्रकार के होते हैंजहातद्यथा १. कुछ पुरुष दीन और दीन व्यवहार दीणे णाममेगे दीणववहारे, दीन: नामकः दीनव्यवहारः, वाले होते हैं, २. कुछ पुरुष दीन, किन्तु दोणे णाममेगे अदीणववहारे, दीन: नामकः अदीनव्यवहारः, अदीन व्यवहार वाले होते हैं, ३. कुछ अदीणे णाममेगे दोणववहारे, अदीन: नामैकः दीनव्यवहारः, पुरुष अदीन, किन्तु दीन व्यवहार वाले अदीणे णाममेगे अदीणववहारे । अदीनः नामक: अदीनव्यवहारः । होते हैं, ४. कुछ पुरुष अदीन और अदीन व्यवहार वाले होते हैं। २०३. चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं चत्वारि पुरुषजातानि प्रज्ञप्तानि, २०३. पुरुष चार प्रकार के होते हैंजहातद्यथा १. कुछ पुरुष दीन और दीन पराक्रम वाले दोणे णाममेगे दोणपरक्कमे, दीनः नामैक: दीनपराक्रमः, होते हैं, २. कुछ पुरुष दीन, किन्तु अदीन दोणे णाममेगे अदीणपरक्कमे, दीनः नामैक: अदीनपराक्रमः, पराक्रम वाले होते हैं, ३. कुछ पुरुष अदीन, 'अदीणे णाममेगे दोणपरक्कमे, अदीनः नामकः दीनपराक्रमः, किन्तु दीन पराक्रम वाले होते हैं, ४. कुछ अदीणे णाममेगे अदीणपरक्कमे। अदीनः नामकः अदीनपराक्रमः । पुरुष अदीन और अदीन पराक्रम वाले होते हैं। २०४. चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं चत्वारि पुरुषजातानि प्रज्ञप्तानि, २०४. पुरुष चार प्रकार के होते हैंजहातद्यथा १. कुछ पुरुष दीन और दीन वृत्ति वाले दोणे णाममेगे दोणवित्ती, दीन: नामकः दीनवृत्तिः, होते हैं, २. कुछ पुरुष दीन, किन्तु अदीन दीणे णाममेगे अदीणवित्ती, दीनः नामैक: अदीनवृत्तिः, वृत्ति वाले होते हैं, ३. कुछ पुरुष अदीन, अदीणे णाममेगे दीणवित्ती, अदीन: नामकः दीनवृत्तिः, किन्तु दीन वृत्ति वाले होते हैं, ४. कुछ अदीणे णाममेगे अदीणवित्ती। अदीन: नामैक: अदीनवृत्तिः । पुरुष अदीन और अदीन वृत्ति वाले होते हैं। २०५. 'चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं चत्वारि पुरुषजातानि प्रज्ञप्तानि, २०५. पुरुष चार प्रकार के होते हैंजहातद्यथा १. कुछ पुरुष दीन और दीन जाति वाले दोणे णाममेगे दोणजाती, दीन: नामक: दीनजातिः, होते हैं, २. कुछ पुरुष दीन, किन्तु अदीन दीणे णाममेगे अदीणजाती, दीनः नामैक: अदीनजातिः, जाति वाले होते हैं, ३. कुछ पुरुष अदीन, अदीणे णाममेगे दीणजाती, अदीनः नामकः दीनजातिः, किन्तु दीन जाति वाले होते हैं, ४. कुछ अदीणे णाममेगे अदीणजाती। अदीन: नामैकः अदीनजातिः । पुरुष अदीन और अदीन जाति वाले होते Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003598
Book TitleAgam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Thanam Terapanth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Nathmalmuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1990
Total Pages1094
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_sthanang
File Size23 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy