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भगवई
वर्षावास
राजगृह राजगृह
श. १५ : सू. १४१ .
३१० सन् ई. पू. दीक्षा का वर्ष विहार-क्षेत्र
सेयविया, श्रावस्ती, कौशाम्बी, वाराणसी, राजगृह, मिथिला, वैशाली
(समरोद्यान के बलदेव मंदिर में)। ५५८-५५७ १२वां सुसमारपुर, भोगपुर, नन्दग्राम, मेंढियग्राम, कौशाम्बी, सुमंगल, सुच्छेता, चम्पा
पालक, चम्पा (यज्ञ शाला में)। ५५७-५५६ १३वां जंभियग्राम, मेंढियग्राम, छम्माणि, मध्यमपावा, जंभियग्राम, राजगृह। राजगृह ५५६-५५५ १४वां ब्राह्मणकुण्ड (बहुशाल के चैत्य में), विदेह जनपद, वैशाली।
वैशाली ५५५-५५४ १५वां वत्सभूमि, कौशाम्बी, कौशल जनपद, श्रावस्ती, विदेह जनपद, वाणिज्यग्राम। वाणिज्यग्राम ५५४-५५३ १६वां मागध जनपद, राजगृह।
राजगृह ५५३-५५२ १७वां चम्पा, विदेह जनपद, वाणिज्यग्राम।
वाणिज्यग्राम ५५२-५५१ १८वां वाराणसी, आलभिका, राजगृह। ५५१-५५० १६वां मगध जनपद, राजगृह। ५५०-५४६ २०वां वत्स जनपद, आलंभिया, कौशाम्बी, वैशाली!
वैशाली ५४६-५४८ २१वां मिथिला, काकंदी, श्रावस्ती, अहिच्छत्रा, राजपुर, कांपिल्यपुर,
वाणिज्यग्राम पोलासपुर, वाणिज्यग्राम। ५४८-५४७ २२वां मगध जनपद, राजगृह।
राजगृह ५४७-५४६ २३वां कयंगला, श्रावस्ती, वाणिज्यप्राम।
वाणिज्यग्राम ५४६-५४५ २४वां ब्राह्मणकुंडग्राम (बहुशाल चैत्य), वत्स जनपद, मगध जनपद,राजगृह।
राजगृह ५४५-५४४ २५वां चम्पा, मिथिला, काकन्दी, मिथिला।
मिथिला ५४४-५४३ २६वां अंग जनपद, चम्पा, मिथिला।
मिथिला ५४३-५४२ २७वां वैशाली, श्रावस्ती, मेढियग्राम (शालकोष्ठक चैत्य), मिथिला
मिथिला ५४२-५४१ २८वां कौशल-पांचाल, श्रावस्ती, अहिच्छत्रा, हस्तिनापुर, मोकानगरी, वाणिज्यग्राम। वाणिज्यग्राम ५४१-५४० २६वां राजगृह।
राजगृह ५४०-५३६ ३०वां चम्पा, पृष्ठचम्पा, विदेह, वाणिज्यग्राम।
वाणिज्यग्राम ५३६-५३८ ३१वां कौशल-पांचाल, साकेत, श्रावस्ती, काम्पिल्य, वैशाली।
वैशाली ५३८-५३७ ३२वां विदेह जनपद, कौशल जनपद, काशी जनपद, वाणिज्यग्राम, वैशाली। वैशाली ५३७-५३६ ३३वां मगध, राजगृह, चम्पा, पृष्ठचंपा, राजगृह।
राजगृह ५३६-५३५ ३४वां राजगृह (गुणशील चैत्य में), नालन्दा।
नालन्दा ५३५-५३४ ३५वां विदेह जनपद, वाणिज्यग्राम, कोल्लाक सन्निवेश, वैशाली। ५३४-५३३ ३६वां कौशल जनपद, पांचाल जनपद, सूरसेन जनपद, साकेत, कांपिल्यपुर, मिथिला
सौरपुर, मथुरा, नंदीपुर, विदेह जनपद, मिथिला। ५३३-५३२ ३७वां मगध जनपद, राजगृह।
राजगृह ५३२-५३१ ३८वां मगध जनपद, राजगृह, नालन्दा।
नालन्दा ५३१-५३० ३६वां विदेह जनपद, मिथिला।
मिथिला ५३०-५२६ ४०वां विदेह जनपद, मिथिला।
मिथिला ५२६-५२८ ४१वां मगध जनपद, राजगृह।
राजगृह ५२८-५२७ ४२वां राजगृह, पावा।
पावा उक्त तालिका में से भग. १५वें शतक के आधार पर गोशाल के साथ महावीर के प्रसंग इस प्रकार बनते हैंई. पू. आयु' महावीर के जीवन-प्रसंग
गोशाल के जीवन-प्रसंग ५६६ ३० दीक्षा ५६८ ३१ प्रथम वर्षावास-अस्थिकग्राम; वस्त्रत्याग' ५६७ ३२ द्वितीय वर्षावास-नालंदा (बाहिरिका) दीक्षा (वर्षावास के पश्चात्) तब तक वस्त्रधारी १. प्रथम वर्षावास के पश्चात् दूसरे मास में महावीर द्वारा वस्त्र-त्याग। २. महावीर के दूसरे वर्षावास में प्रथम मास में गोशाल का महावीर से प्रथम बार मिलन तंतुवायशाला में हुआ। चतुर्थ मास के पश्चात् अपने वस्त्र, पात्र आदि वहां
छोड़कर कोल्लाक सन्निवेश के बाहर पणियभूमि में महावीर द्वारा शिष्य के रूप में स्वीकार।
वैशाली
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