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सत्तमो उद्देसो : सातवां उद्देशक
मूल
संस्कृत छाया
हिन्दी अनुवाद
भासा-पदं १२४. रायगिहे जाव एवं बयासी- आया
भंते ! भासा ?अण्णा भासा ? |
भाषा-पदम् राजगृहं यावत् एवमवादीत्- आत्मा भदन्त! भाषा? अन्या भाषा?
भाषा पद १२४. राजगृह नगर यावत् गौतम ने इस प्रकार
कहा-भंते! भाषा आत्मा है? भाषा आत्मा से अन्य है? गौतम! भाषा आत्मा नहीं है, भाषा आत्मा से अन्य है। भंते! भाषा रूपी है? भाषा अरूपी है?
गौतम! भाषा रूपी है। भाषा अरूपी नहीं है।
भंते! भाषा सचित्त है? भाषा अचित्त है?
गौतम! भाषा सचित्त नहीं है, भाषा अचित्त
भंते! भाषा जीव है? भाषा अजीव है? गौतम! भाषा जीव नहीं है, भाषा अजीव है।
गोयमा! नो आया भासा, अण्णा गौतम! नो आत्मा भाषा, अन्या भाषा। भासा। रूविं भंते ! भासा ? अरूविं भासा? रूपिणी भदन्त! भाषा? अरूपिणी
भाषा? गोयमा! रूविं भासा, नो अरूविं गौतम! रूपिणी भाषा, नो अरूपिणी भासा।
भाषा। सचित्ता भंते ! भासा? अचित्ता सचित्ता भदन्त! भाषा? अचित्ता भाषा? भासा? गोयमा ! नो सचित्ता भासा, अचित्ता गौतम! नो सचित्ता भाषा, अचित्ता भासा।
भाषा। जीवा भंते ! भासा ? अजीवा भासा? जीवा भदन्त! भाषा? अजीवा भाषा? गोयमा! नो जीवा भासा, अजीवा गौतम! नो जीवा भाषा, अजीवा भाषा। भासा। जीवाणं भंते ! भासा ? अजीवाणं जीवानां भदन्त! भाषा? अजीवानां भासा?
भाषा? गोयमा ! जीवाणं भासा, नो अजीवाणं गौतम! जीवानां भाषा, नो अजीवानां भासा।
भाषा। पचि भंते ! भासा ? भासिज्जमाणी पूर्वं भदन्त! भाषा? भाष्यमाणा भाषा? भासा ? भासासमयवीतिक्कंता भाषासमयव्यतिक्रान्ता भाषा? भासा? गोयमा ! नो पुचि भासा, भासिज्ज- गौतम! नो पूर्व भाषा, भाष्यमाणा भाषा, माणी भासा, नो भासासमयवीतिकंता नो भाषासमयव्यतिक्रान्ता भाषा। भासा। पुचि भंते ! भासा भिज्जति ? पूर्वं भदन्त! भाषा भिद्यते? भाष्यमाणा भासिज्जमाणी भासा भिज्जति ? भाषा भिद्यते? भाषासमयव्यतिक्रान्ता भासासमयवीतिक्कंता भासा भाषाभिद्यते? भिज्जति ? गोयमा ! नो पुचि भासा भिज्जति, गौतम! नो पूर्वं भाषा भिद्यते, भाष्यमाणा भासिज्जमाणी भासा भिज्जति, नो भाषा भिद्यते, नो भाषासमयव्यतिक्रान्ता भासासमयवीतिक्कंता भासा भाषा भिद्यते। भिज्जति॥
भंते! जीवों के भाषा होती है? अजीवों के भाषा होती है? गौतम! जीवों के भाषा होती है, अजीवों के भाषा नहीं होती। भंते! बोलने से पहले भाषा होती है? बोलते समय भाषा होती है? बोलने का समय व्यतिक्रांत होने पर भाषा होती है? गौतम! बोलने से पहले भाषा नहीं होती, बोलते समय भाषा होती है, बोलने का समय व्यतिक्रांत होने पर भाषा नहीं होती। भंते! बोलने से पहले भाषा का भेदन होता है? बोलते समय भाषा का भेदन होता है? बोलने का समय व्यतिक्रांत होने पर भाषा का भेदन होता है? गौतम! बोलने से पहले भाषा का भेदन नहीं होता, बोलते समय भाषा का भेदन होता है, बोलने का समय व्यतिक्रांत होने पर भाषा का भेदन नहीं होता।
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